शारदा न्यूज़, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में लाइन शिफ्टिंग के लिए गिराए जा रहे बिजली के खंभे की चपेट में आकर मोपेड सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के परिजनों को 10 लाख मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग करते हुए लोगों ने हंगामा किया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक और ऊर्जा निगम अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को आश्वस्त किया, जिसके बाद मामला शांत हो पाया।
परिजनों का कहना है कि मृतक मोहर्रम अपनी बेटी के दिल का ऑपरेशन कराने को अमरूद बेचकर धन जुटा रहा था। पानीपत से लेकर खटीमा तक राजमार्ग निर्माण चल रहा है। शुक्रवार देर शाम थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव बिहारी निवासी मोहर्रम अली पुत्र गफ्फार जानसठ बस स्टैंड पर अमरूद बेचकर अपनी मोपेड से गांव लौट रहा था। अलमासपुर चौक से थोड़ा आगे जानसठ रोड पर मोहर्रम अली जब स्टेपिंग स्टोन्स स्कूल के समीप पहुंचा तो बाई ओर हाइटेंशन विद्युत लाइन का खंभा अचानक गिर गया। जिसकी चपेट में आने से मोहर्रम गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया जाता इससे पहले ही मोहर्रम अली ने दम तोड़ दिया।
युवक की मौत की जानकारी लगते ही आसपास लोग एकत्र होने लगे। सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी के नेतृत्व में लोगों ने हंगामा किया। खंभा गिराए जाने के दौरान बरती गई लापरवाही में मरने वाला मोहर्रम अली अपनी बेटी के दिल का ऑपरेशन कराना चाहता था। क्योंकि उसके दिल में छेद था। इसी वजह से वह पहले तो फेरी लगाकर कपड़े बेचता था। कुछ दिनों से अमरूद बेचने का काम कर रहा था। उसकी मौत की खबर पाकर गांव बिहारी में परिजन मातम में डूब गए।
गांव बिहारी निवासी राजू अंसारी ने बताया कि मोहर्रम अली बहुत मेहनती था। परिवार में उसकी पत्नीए दो बेटी और एक बेटे के अलावा माता तथा बड़ा भाई है। राजू अंसारी ने बताया कि मोहर्रम की बड़ी बेटी सात साल की है। जिसके दिल में छेद है। उसका ऑपरेशन कराने के लिए काफी पैसा खर्च होना है।
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