- – पीड़ित की शिकायत पर बैंक अधिकारियों समेत दस पर मुकदमा दर्ज।
शारदा न्यूज, मेरठ। क्या आप अंदाजा लगा सकते है कि जो प्रापर्टी जमीन पर है ही नहीं उसपर बैंक ने लाखों रूपये का लोन कर दिया। इसके साथ ही रिकवरी का नोटिस भी दूसरी प्रापर्टी पर चस्पा कर दिया गया। जब पीड़ित ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई तो बैंक अधिकारियों समेत दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र देवीनगर मोहल्ले का है। यहां रहने वाले संजीव जैन ने एसएसपी से शिकायत कर मदद की गुहार लगाई। पीड़ित का कहना है कि उसने मकान संख्या 131 व खसरा संख्या 4314 नरेश कुमार से खरीदा था।
लेकिन इस मकान पर यूको बैंक का लोन था जो बाद में उनके नाम ट्रांसफर कर दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि इसी मकान को दिखाकर जनवरी 2020 देवेन्द्र सिंह निवासी सरायकाजी के नाम पर पंजाब नेशनल बैंक ने 32 लाख का लोन कर दिया। इसके बाद इस लोन की एक भी किस्त जमा नहीं हुई तो लोन की रिकवरी रकम बढ़कर 38 लाख पहुंच गई। बैंक के अधिकारियों ने 25 मई 2023 को मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया। जांच में सामने आया कि बैंक ने म्यूनिसिपल नंबर 131/2 पर लोन दिया है जो जमीन पर है ही नहीं।
पीड़ित की शिकायत पर थाना सिविल लाइन पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों समेत दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जबकि बैंक ने मामले के तूल पकड़ते ही इस लोन को 20 लाख में एकमुश्त योजना के तहत निस्तारित करने की बात कही है।