• पूर्णता प्रमाण पत्र जारी होने के बाद स्वीकृत कॉलोनियों की श्रेणी में की दर्ज।

शारदा न्यूज, रिपोर्टर |

मेरठ। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) ने निजी बिल्डरों की 27 कॉलोनियों को पूर्णता प्रमाणपत्र जारी कर दिया है। पिछले काफी समय से इन कॉलोनियों की मंजूरी अटकी हुई थी। आॅनलाइन बिल्डिंग अप्रूवल सिस्टम (ओबीपास) के तहत औपचारिकता पूरी करते मेडा ने तलपट मानचित्रों के सापेक्ष प्रमाणपत्र जारी कर दिया। इन कॉलोनियों को मेडा स्वीकृत कॉलोनियों की श्रेणी में रखते हुए वेबसाइट पर अपडेट कर दिया है।

महायोजना-2031 के तहत शहर में सुनियोजित विकास के मद्देनजर परतापुर-मोहिउद्दीनपुर के बीच प्रदेश की पहली इंटीग्रेटेड टाउनशिप भी विकसित जानी है। चार महीने पहले तक मेडा ने 369 अवैध कॉलोनियां चिह्नित की थीं। मेडा उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय ने बताया कि कई पुरानी कॉलोनियों के तलपट मानचित्र में आपत्तियां लगी हुई थीं। इन सभी का निस्तारण कर पूर्णता प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया है।

इन कॉलोनियों को जारी हुआ पूर्णता प्रमाणपत्र

रेल विहार, गृहम कॉलोनी, रॉयल एस्टेट, शीलकुंज-1, अंसल हाउसिंग ग्राम जटौली, एपेक्स-2 नंगलाताश कासमपुर, शीलकुंज- 2 मुकर्रबपुर, पल्हेड़ा, ए टू जैड ग्रीन एस्टेट कॉलोनी, मेरठ बन, शीलकुंज-3, शीलकुंज-2 एक्सटेंशन, रैल्प्रो रेजीडेंसी, मेट्रो रेजीडेंसी, शीलकुंज एन्क्लेव, एपेक्स सिटी, ओलिव ग्रीन सिटी, श्याम वाटिका, गणपति एन्क्लेव, रामपुर पावटी, एपेक्स सिटी बागपत रोड, वर्धमान ग्रीन, मलियाना, यशोदा कुंज (13/04), यशोदा कुंज, विहार, मवाना रोड, कोरल स्प्रिंग, सरस्वती सागर, यशोदा कुंज (32/11), सरस्वती वाटिका, गणपति एन्क्लेव, श्याम वाटिका।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here