मौके की नजाकत: चांद पर भले गढ्ढे, कवियों की नजर में सुंदरता का प्रतीक

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मौके की नजाकत: चांद पर भले गढ्ढे, कवियों की नजर में सुंदरता का प्रतीक

  • हिंदी फिल्मों में चांद पर बेहतरीन गाने बने


Editor Gyan Prakash
   – ज्ञान प्रकाश, संपादक

कुछ ही घंटो में भारत का महत्वाकांक्षी चंद्रयान 3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला है। ये अपने देश के लिए ऐतिहासिक पल होगा। अगर ये अभियान सफल होता है तो भारत दुनिया का पहला देश बन जाएगा। चांद हमेशा कवियों के लिए प्राथमिकता पर रहा हैं। हिंदी फिल्में हो या साहित्य चांद को हमेशा तरजीह दी गई है। हिंदी फिल्मों में तो चांद की तुलना नारी के सौंदर्य से हमेशा की जाती रही है। वहीं बॉलीवुड में चांद को केंद्रित करते हुए दस गानों की चर्चा हमेशा रही है।

 

 

नारी के चेहरे का सौंदर्य चांद से तुलना करने को गीतकारों ने बखूबी ढाला है। 1960 में गुरुदत्त की फिल्म चौदहवीं का चांद में शकील बदायूंनी ने चौदहवीं का चांद हो या आफताब हो, जो भी हो तुम खुदा की कसम लाजवाब हो गीत लिख कर गजब का उदाहरण पेश किया था। 1979 में आई फिल्म सावन को आने दो के गीत चांद जैसे मुखड़े पर बिंदिया सितारा गीत के जरिए कि नारी का चेहरा चांद की टक्कर का है। 1960 में देवानंद की फिल्म काला बाजार में वहीदा रहमान की खूबसूरती पर देवानंद के मुंह से निकला गीत खोया खोया चांद, खुला आसमान, आंखो में सारी रात जायेगी जैसे गीत ने चांद की तारीफ ही की थी।

 

 

1965 में आई फिल्म हिमालय की गोद में मनोज कुमार और माला सिन्हा पर फिल्माए गए गीत चांद सी महबूबा हो मेरी काफी पसंद किया गया। कमाल अमरोही की फिल्म पाकीजा के सुपर हिट गीत चलो दिलदार चलो चांद के पार चलो, हम है तैयार चलो ने धूम मचा दी थी। 1994 में आई फिल्म आओ प्यार करें में सैफ अली खान और शिल्पा शेट्टी आपस में कहते है चांद से परदा कीजिए तो वही 1998 में जख्मी फिल्म में पूजा भट्ट कह बैठी गली में आके चांद निकला काफी सराहा गया।

 

 

चांद को लेकर मुकेश, मोहम्मद रफी, किशोर कुमार,शान, लता मंगेशकर, आशा भोंसले आदि ने एक से बढ़ कर एक गीत गाकर जहां चांद को लोगों तक पहुंचाया है, वही कवियों और गीतकारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। चांद को कवियों ने कहीं प्रेम का प्रतीक माना तो कही सौंदर्य का। कई गीतकारों ने चांद को मामा तक कह डाला। हिंदी फिल्मों में चांद पर सौ के करीब बेहतरीन गाने आए है जिन्होंने लोगो के दिलो मे स्थाई जगह बनाई हुई है। आज चंद्रयान 3 की लैंडिंग के समय इन गीतों को याद करना लाजिमी था।

 

 

चांद पर आधारित गाने-

 

ये वादा करो चांद के सामने राजहठ 1956

ये रात भीगी भीगी ये मस्त फिजाएं
चोरी चोरी 1956

ये चंदा रूस का न ये जापान का
इंसान जाग उठा 1959

ये चांद सा रोशन चेहरा
कश्मीर की कली 1964

याद रखना चांद तारो, इस सुहानी रात को
अनोखा प्यार 1948

वो चांद खिला, वो तारे हंसे
अनाड़ी 1959

वो चांद जैसी लड़की,इस दिल को चुरा रही
देवदास 2002

उस चांद से प्यारे चांद हो तुम
रात की रानी 1949

ओ रात के मुसाफिर चंदा जरा बता दे
मिस मेरी 1957

मेरे भैया, मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन
काजल 1965

धीरे धीरे चल चांद गगन में
लव मैरिज 1959

चंदा रे चंदा कभी तो जमीन पर आ
सपने 1997

चंदा मामा दूर के
वचन 1965

आधा है चंद्रमा रात आधी
नवरंग 1958

चांद एक बेवा की चूड़ी की तरह टूटा हुआ
दाग 1952

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