– शहर के मंदिरों में लगी लंबी कतारें, सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। भगवान आशुतोष के पर्व शिवरात्रि पर आज शिव मंदिर में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रसिद्ध औघड़नाथ मंदिर सहित शहर के शिव मंदिरों के साथ ही अन्य मंदिरों में सुबह से ही शिवभक्तों की जलाभिषेक के लिए कतार लगनी शुरू हो गई। इस दौरान औघड़नाथ मंदिर पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही।
औघड़नाथ मंदिर में आज महाशिवरात्रि पर भक्त सुबह 4 बजे से पूरी श्रद्धा के साथ शिवालयों में जलाभिषेक शुरू कर दिया। शिवालय भी इसके लिए तैयार रहे। सदर महा बिल्वेश्वर नाथ मंदिर, नगर निगम झारखंडी महादेव मंदिर, श्रीनाथ जी गौरी शंकर पंडित, जादूगर का बाग राधा कृष्ण परशुराम मंदिर, राजराजेश्वरी मंदिर आदि के साथ ही गंगानगर ग्लोबल सिटी, बालाजी मंदिर, कालेश्वर मंदिर आदि में भी जलाभिषेक किया गया।
शिवभक्तों ने महाशिवरात्रि के पर्व पर उपवास रखते हुए घर में भी पूजा अर्चना की और शिवालयों पर जाकर भी जलाभिषेक किया। इसके अलावा कई मंदिरों में भंडारे का भी आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इसके अलावा
जलाभिषेक के जल के संरक्षण की तैयारी भी की गई
कई शिवालयों में पांच हजार लीटर से दस हजार लीटर की क्षमता वाले वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाए गए हैं। भक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करेंगे और शिव इस जल को धरती में समाहित। इससे शिवलिंग पर चढ़ने वाला जल नालियों में भी नहीं बहेगा। बाबा औघड़नाथ मंदिर ने 12 साल पहले ही शहर में सबसे पहले वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाया था। अध्यक्ष सतीश सिंघल बताते हैं कि शिव को अर्पित जल नाली में न जाए इसे ध्यान में रखते हुए प्लांट लगाया गया। घटते जल स्तर को सुधारने का मंदिर की ओर यह एक प्रयास है।
जादूगर का बाग राधा कृष्ण परशुराम मंदिर के प्रवक्ता मनोज अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाया गया है। इनके अलावा छावनी बाबा औघड़नाथ मंदिर, सदर महा बिल्वेश्वर नाथ मंदिर, नगर निगम झारखंडी महादेव मंदिर, श्रीनाथ जी गौरी शंकर पंडित, जादूगर का बाग राधा कृष्ण परशुराम मंदिर, राजराजेश्वरी मंदिर में भी वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाया गया है।