- वेस्टइंडीज का निराशाजनक प्रदर्शन।
ज्ञान प्रकाश। भारतीय महिला क्रिकेट टीम के दिन फिर से स्वर्णिम हो गए हैं। आस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद हरमप्रीत कौर की टीम ने वेस्टइंडीज को तीन मैचों की सीरीज में क्लीन स्विप कर इतिहास रच दिया है। आखिरी मैच में जिस तरह से दीप्ति शर्मा ने छह विकेट और रेणुका सिंह ने चार विकेट लिये उसने टीम को ऐतिहासिक जीत दिलवा दी।
टीम इंडिया में इस वक्त कुछ खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। बेहतरीन स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर, जेमिमा रौड्रिग्स, दीप्ति शर्मा के अलावा ऋचा घोष, हरलीन दयोल और नई नवेली प्रीता रावल ने दिखा दिया कि भारतीय लड़कियों का भविष्य उज्जवल है। स्मृति मंधाना ने इस सीरीज में 91 और 54 रन की पारी खेली। प्रीता रावल अपनी पहली सीरीज खेल रही थी। उन्होंने 44,76 और 18 रन की पारी खेलकर ओपनर के लिये तगड़ी दावेदारी पेश की।
खूबसूरत हरलीन दयोल ने शानदार शतक 115 और 44 रनों की पारी से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। जेमिमा हमेशा की तरह टीम के लिये संकटमोचक बनकर उभरती रही है। जहां तक गेंदबाजी की बात है रेणुका सिंह के अलावा दीप्ति शर्मा,प्रिया शर्मा, तितास साधु, साइमा ठाकोर के अलावा प्रीता रावल भी विकेट लेती हुई दिखी।
इस श्रृंखला से इन खिलाड़ियों को शिकंजा कसने के भरपूर अवसर मिलेंगे। स्मृति के लिए रन और रेणुका के लिए विकेट। दीप्ति का हरफनमौला प्रदर्शन, ऋचा के आकर्षक छक्के, हरलीन की बेहतर निरंतरता, जेमिमा का धैर्य और प्रतिका का वादा एकदिवसीय चरण के मुख्य आकर्षण के रूप में सामने आए। जहां तक वेस्टइंडीज की बात है, उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन बल्लेबाजी में काफी कुछ करने की जरूरत है।
उनके गेंदबाजों ने मुकाबले में अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी, लेकिन शुरूआती दो एकदिवसीय मैचों की तरह, उनकी पहली पारी के कारनामों का मतलब था कि वे कैच-अप खेल रहे थे। आखिरकार इसे संभालना बहुत मुश्किल था, बावजूद इसके कि उनके गेंदबाजों ने बहुत गलत नहीं किया और परिस्थितियों का अच्छा उपयोग किया।