– गुटखा कारोबारी के घर में घुसी टीम।
बरेली। आयकर विभाग ने कानपुर में एक पान मसाला कारोबारी के घर गोदाम और भाई के घर पर छापेमारी की। छापेमारी से व्यापारियों में खलबली मच गई। कारोबारी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अधिकारी देर रात तक छानबीन और पूछताछ करते रहे। वहीं इस बड़ी कार्रवाई के संबंध में स्थानीय अधिकारियों कोई जानकारी नहीं।
जानकारी के अनुसार, कानपुर में पान मसाला कारोबारी के यहां छापेमारी के साथ आयकर विभाग ने यहां पान मसाला व्यापारी के घर, गोदाम और भाई के घर पर भी छापेमारी की। छापामारी से दिन भर व्यापारियों में खलबली मची रही। आयकर अधिकारियों की कार्रवाई पर व्यापारी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें तत्काल एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। देर रात तक अधिकारी छानबीन और पूछताछ करते रहे। वहीं, इस बड़ी कार्रवाई के संबंध में स्थानीय अधिकारियों कोई जानकारी नहीं।
लखनऊ और दिल्ली में भी छापेमारी: सुबह करीब छह बजे राजेंद्र नगर स्थित पान मसाला कारोबारी अमित भारद्वाज के घर पर लखनऊ और दिल्ली से पहुंची आयकर विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारा। अधिकारियों के घर के बाहर गेट पर पहुंचने पर कई बार घंटी बजाई, लेकिन कारोबारी ने ताला नहीं खोला। इस पर अधिकारियों ने गेट का ताला तोड़ दिया।
बताते हैं कि कारोबारी द्वारा एक ही वाहन की बिल्टी से कई गाड़ियों का माल कानपुर की कंपनी को भेजने की शिकायत अधिकारियों को मिली थी। यहां छापामारी के बाद 12.30 बजे अधिकारी कुछ दूरी पर श्री त्रिवटीनाथ मंदिर के पास बीडीए कालोनी में अमित के बड़े भाई रामसेवक के घर उन्हें लेकर पहुंचे। यहां पहुंचने पर पता चला कि वह महाकुंभ गए हैं। यहां भी अधिकारियों ने घर और घर के सामने स्थित गोदाम का ताला व्यापारी से तुड़वा दिया।
कारोबारी और उनके भाई के घर पर टीमें शाम तक छानबीन कर टैक्स चोरी की जानकारी और अवैध स्रोतों की जानकारी जुटाती रहीं। इस दौरान आयकर की टीम ने परिजनों और घर के कर्मियों से पूछताछ कर जानकारी ली।
कारोबारी के घर किसी के आने जाने पर लगी रही रोक: सुबह से शाम तक कारोबारी के घर और गोदाम पर छापामारी के दौरान शहर के तमाम व्यापारी संगठनों के पदाधिकारी और सगे संबंधी पहुंचते रहे, लेकिन दोनों घरों के बाहर तैनात पुलिस कर्मियों ने प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा रखी थी। स्वजन व कारोबारी का फोन अधिकारियों ने जब्त कर लिया। अधिकारियों ने इस दौरान जरूरी दस्तावेजों की पड़ताल की और कारोबारी से पूछताछ कर कई अहम जानकारी जुटाई।
वहीं, अधिकारियों की टैक्स व अन्य ठिकानों के संबंध में की पूछताछ पर कारोबारी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे सके। इसी बीच उनकी तबीयत खराब होने लगी। उन्हे शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालांकि, कुछ देर में ही उपचार के बाद उनकी तबीयत में सुधार होने लगा।
मौके पर संयुक्त टीम के अधिकारियों ने इस कार्रवाई के संबंध में कुछ भी जानकारी साझा करने से साफ मना कर दिया। 2021 में भी रामसेवक के प्रतिष्ठान और घर पर पड़ चुका है छापा लंबे समय तक नवाबगंज में कत्थे का कारोबार कर रहे रामसेवक भाई अमित भारद्वाज के साथ 25 वर्ष से गुटखे का कारोबार कर रहे हैं। इससे पूर्व 2021 में भी दिल्ली से सेंट्रल जीएसटी टीम ने इनके कुतुबखाना स्थित प्रतिष्ठान और घर पर छापामारी कर जरूरी दस्तावेज खंगाले थे और कई अहम जानकारी हासिल की थी।
तब भी छापामारी के दौरान कारोबारी इस बार महाकुंभ और तब जागेश्वर गए हुए थे। आयकर टीम की कार्रवाई का अमित ने पुरजोर विरोध किया था। हालांकि, प्रतिष्ठान की चाबी नहीं मिलने पर टीम के हाथ तब खाली रह गए थे।
राष्ट्र जागरण उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष व्यापारी विशाल मेहरोत्रा ने बताया कारोबारी के यहां छापेमारी की सूचना पर शहर के तमाम व्यापारी नेता मौके पर पहुंच गए थे लेकिन आयकर के अधिकारियों ने उनकी एक नहीं सुनी। कारोबारी अमित को उनके भाई के बीडीए कालोनी स्थित घर लाकर उन पर घर का ताला तोड़ने का दबाव बनाते रहे।
हालांकि, इस बीच व्यापारी नेताओं ने अधिकारियों से उनका परिचय पूछा, लेकिन अधिकारियों ने कुछ भी नहीं बताया। यहां तक की कारोबारी के वकील अमजद सलीम को भी किसी से बात नहीं करने दिया गया। रामकृष्ण शुक्ला, गौरव सक्सेना, शोभित सक्सेना आदि व्यापारी नेता मौजूद रहे।