मेरठ– मेरठ के किला परीक्षितगढ़ स्थित गांव गोविंदपुरी में गांव वालों ने दो दारोगाओं को बंधक बनाकर उनकी जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान एक दारोगा ने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकालकर गांव वालों पर गोली चलाने का भी प्रयास किया। दोनों दारोगा गांव में अवैध पटाखों की बिक्री की आड़ में वसूली करने पहुंचे थे। गांव वालों ने दोनों दारोगाओं पर शराब के नशे में होने के चलते गांव की महिलाओं से अभद्रता का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। एक दारोगा पर पहले भी अवैध वसूली और हथियार तस्करों से मिलीभगत के आरोप लग चुके हैं। दारोगा पर किठौर थाना क्षेत्र के एक गांव में एनआईए की दबिश की सूचना लीक करने का आरोप लगा था जिसके चलते दारोगा को वहां से हटा दिया गया था। दारोगाओं के बंधक होने की सूचना मिलने के बाद चार थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बंधन मुक्त करने के बाद मेडिकल के लिए अस्पताल भेज दिया जहां से दोनों दरोगा फोन बंदकर फरार हो गए।
मेरठ पुलिस लगातार कप्तान के आदेशों की धज्जियां उड़ाने पर तुली हुई है। एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा ने पुलिस को रात में दबिश न देने का आदेश दिया हुआ है उसके बाद भी पुलिस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। ऐसा ही एक मामला परीक्षितगढ़ थाने से प्रकाश में आया है थाने में तैनात दो दारोगा सत्येंद्र और अंडर ट्रेनिंग शिवम शनिवार देर रात को गोविंदपुरी के रहने वाले पिंटू के घर पहुंच गए, और पिंटू के घर में अवैध पटाखों की बड़ी खेप होने की बात कहते हुए अवैध वसूली का प्रयास कर दिया।