- कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते हुए भेजा राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ में मारे गए श्रद्धालुओं की सूची घोषित करने की मांग को लेकर मंगलवार को दर्जनों कांग्रेसी कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय पर सौंपते हुए समस्या के समाधान की मांग की।
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने बताया कि, मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम प्रयागराज से हुई भगदड़ में कई श्रद्धालुओ की मृत्यु हो गयी और कई घायल हो गये है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक मृतकों की एंव घायलों की सूची जारी नहीं की गई है। जिससे इस घटना में मारे गये और घायल हुए श्रद्धालुओं के परिवारजनों को काफी दिक्कतों का सामना कसा पड़ रहा है। ज्ञापन सौंप रहे कार्यकतार्ओं ने बताया कि, प्रदेश सरकार को अविलम्ब उक्त घटना में मारे गये एवं घायल हुए श्रद्धालुओं की सूची जारी की जाए।
इस दौरान जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने बताया कि 15 हजार लोगों ने शिकायत दर्ज करवाई है कि उनके परिवार के लोग नहीं मिल रहे हैं। महाकुंभ में आए हजारों लोगें के परिजन लापता हो गए हैं। वहीं, सरकार कोई भी जानकारी देने से इनकार कर रही है। उन्होंने कहा कि 1954 के प्रयाग कुंभ में भगदड़ के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने संसद में बताया कि कितने लोग घायल हुए हैं और कितने लोग मारे गए हैं। लेकिन प्रदेश की योगी सरकार मृतकों और घायलों की सूची जारी नहीं कर रही है। जिससे पता चलता है कि योगी सरकार जुमलों की सरकार है।
जबकि, सूची जारी नहीं होने से न केवल परिवार के लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है। बल्कि, लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि, अगर जल्द ही मृतकों और घायल हुए लोगों की सूची जारी नहीं हुई तो कांग्रेस आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इस दौरान महानगर अध्यक्ष जाहिद अंसारी, अखिल कौशिक आदि मौजूद रहे।