- मदद के लिए आए तीन युवकों ने कर दिया ये कांड।
देवबंद। गूगल मैप ने एक बार फिर कार सवार युवकों को भटका दिया। गूगल मैप के सहारे चल रहे युवक कार लेकर गेहूं के खेत में पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने वहां पर मदद मांगी। मदद करने के लिए आए कुछ लोग कार लेकर ही फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
दोस्त से मिलने जा रहे युवकों को गूगल मैप ने भटकाया।- सांकेतिक तस्वीर
संवाद सहयोगी, देवबंद। दो दोस्तों को गूगल मैप ने भटका दिया। गलत दिशा दशार्ने के चलते कार गेंहू के खेत में जा घुसी। वहां मदद करने के बहाने कुछ लोग कार को लेकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में पीड़ित की तहरीर पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, घटनास्थल से कुछ दूरी पर खड़ी कार को भी बरामद कर लिया गया है।
मेरठ के शास्त्री नगर निवासी फिरोज ने कोतवाली में दी शिकायत में बताया कि पांच फरवरी की रात करीब नौ बजे वह अपने साथी नौशाद के साथ अपनी कार वैगनआर से शामली जा रहे थे। इससे पहले रोहाना टोल प्लाजा पर उन्हें अपने दोस्त लियाकत से मिलना था।
गेहूं के खेत में फंस गई कार
मुजफ्फरनगर पहुंचने पर लियाकत ने उन्हें लोकेशन भेजी और वह गूगल मैप आॅन कर उस लोकेशन की तरफ चल दिए। कुछ समय बाद वह सहारनपुर-मुजफ्फरनगर स्टेट हाइवे स्थित टोल प्लाजा के पास खेतों के रास्ते पर पहुंच गए और उनकी कार एक गेहूं के खेत मे फंस गई। वहां से गुजर रहे बाइक सवार तीन लोगों को उन्होंने मदद के लिए बुलाया।
कार लेकर फरार हुआ युवक
इन लोगों में से एक कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा, जबकि अन्य कार को धक्का लगाने लगे। खेत से बाहर निकलते ही वह व्यक्ति कार को लेकर फरार हो गया। जबकि उसके साथी बाइक पर सवार होकर भाग खड़े हुए।
कोतवाली प्रभारी बीनू चौधरी का कहना है कि कार घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित जड़ौदा मार्ग तिराहे से बरामद कर ली गई थी। तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच जारी है।
बरेली में गई थी तीन युवकों की जान
बता दें, गूगल मैप की वजह से कई हादसे हो चुके हैं। पिछले साल नवंबर में यूपी के बरेली में दातागंज-फरीदपुर के बीच पुल से कार गिरने से तीन युवकों की मौत हो गई थी। ये लोग गूगल मैप से रास्ता देखकर बढ़े थे।
इसके बाद एक हादसे में कार सवार गूगल मैप का उपयोग करते हुए बरेली के बड़ा बाईपास पहुंचे थे, जहां से मैप पर एक रास्ता हाईवे होते हुए और दूसरा शॉर्टकट रास्ता गांव होते हुए पीलीभीत का दिख रहा था। शॉर्ट कट रास्ते पर बढ़े तो पांच किमी आगे जाकर कलापुर नहर वाले रास्ते का किनारा कटा हुआ था। यह देखकर सतर्कता बरती, फिर भी पहिए के नीचे से मिट्टी खिसकी और कार नहर में गिर गई थी।