- 22 मई तक नहीं है राहत के आसार,
- गर्म रहेगा दिन 44-45 तक जा सकता है तापमान
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। आसमान से बरस रही आग ने जीना मुहाल कर दिया है। शुक्रवार को पारा पहली बार पारा 43 डिग्री तक पहुंच गया। दिन में चली लू के थपेड़ों ने बुरा हाल किये रखा। मौसम विभाग की माने तो तीन दिन हीटवेव का अलर्ट रहेगा और 22 मई तक राहत के आसार नहीं है।
पिछले चार दिन से दिन का तापमान 40 डिग्री से नीचे नहीं आया है। गर्मी के तेवर तल्ख हो रहे है और मौसम गर्म बना हुआ ह ै। शुक्रवार को भी सुबह से लेकर रात तक मौसम गर्म रहा और दिन में लू के थपेड़ों के बीच शहरवासी हलकान दिखे। बढ़ती गर्मी का असर जनजीवन पर भी दिखाई दिया।
दोपहर के समय सडकों पर भी सूना पन और बाजारों में भी रौनक कम दिखी। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 23.6डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को दिनभर चली तेज गर्म हवाओं ने मुश्किल में डाले रखा। गरमी के मारे लोगों का बुरा हाल रहा। दिन में चली हवा की गति 4 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।
मौसम वैज्ञानिक डा यूपी शाही का कहना है कि दो से तीन दिन तक हीटवेव का अलर्ट रहेगा और गर्मी परेशान करेगी। पारा चढ़ता हुआ 44 डिग्री पर भी पहुंच सकता है। 22 मई तक कोई राहत के आसार नहीं दिख रहे है। तापमान में बढोतरी से गर्म परेशान करेगी।
फिर से बढ़ गया प्रदूषण
शुक्रवार को गर्मी का पारा चढऩे के साथ प्रदूषण भी बढ़ गया। मेरठ का एक्यूआई 206 दर्ज किया गया। जबकि शहर में जयभीमनगर 268, गंगानगर 184, पल्लवपुरम 166, बेगमपुल 205, दिल्ली रोड 225दर्ज किया गया। पिछले चौबीस घंटे में तेजी से तापमान में बढोतरी के साथ एनसीआर में प्रदूषण भी बढ़ा है।
क्या रखे सावधानी
तेज गरमी से बचने के लिए इस समय सावधानी बेहद जरूरी है। चिकित्सकों को कहना है कि दिन में कोशिश करें कि तेज धूप में बाहर न निकलना पड़े। जरूरी होने पर सिर को धूप से बचाना चाहिए। थोड़ी थोड़ी देर में पानी पीते रहना चाहिए। फ्रिज का ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए। एसी से निकलकर सीधे धूप में नहीं आना चाहिए। खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए। तली भूनी चीजों का परहेज करना चाहिए। शाम को हल्का भोजन लेना चाहिए। सन स्ट्रोक से बचने के लिए दिये गए निदेर्शों का पालन जरूर करना चाहिए।
गर्मी का फसलों पर असर
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ आर एस सेंगर का का कहना है कि गर्मी का असर फसलों पर भी दिखायी दे रहा है। चारे की फसल को जहां बचाने के लिए समय समय पर हल्की सिंचाई की जरूर ह,ै वहीं गन्ने की फसल को भी गर्मी से बचाने के लिए समय पर सिंचाई जरूर करनी चाहिए। सब्जी की फसलों में भी गरमी से बचाव के लिए हल्की सिंचाई का प्रबंध जरूर करें।