– जिले में बेकाबू हो चुके डेंगू ने एमएससी की होनहार छात्रा का जीवन छीना
– स्वास्थ्य विभाग के दावे फेल, रोज बड़ी संख्या में सामने आ रहे डेंगू के मरीज
– डेंगू की पॉजिटिव की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेज रहे निजी अस्पताल।
शारदा न्यूज, मेरठ। सर्दियों का मौसम दस्तक दे रहा है लेकिन अभी भी मच्छरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके साथ ही डेंगू के मरीजों की संख्या में भी रोजाना इजाफा हो रहा है। जबकि डेंगू ने एमएससी की एक होनहार छात्रा का जीवन छीन लिया।
मेरठ के पल्लवपुरम फेस दो में रहने वाले मुनेश शर्मा किनौनी शुगर मिल में बायलर इंचार्ज पद पर है। उनकी तीन बेटियां है जिनमें से बड़ी बेटी इशिका शर्मा विनायक विद्यापीठ में एमएससी-एमटेक की छात्रा थी। पांच दिनों से इशिका बुखार की चपेट में थी और उसका एक निजी अस्पताल में इलाज किया जा रहा था। तीन दिन पहले ही उसकी हालत बिगडती चली गई और मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। परिजनों का कहना है इशिका को डेंगू हो गया था जबकि स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
– तो निजी अस्पताल नहीं भेज रहे डेंगू का रिकार्ड
इशिका की मौत डेंगू से होने की बात कही जा रही है लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। विभाग का कहना है जिस फ्यूचर प्लस अस्पताल में इशिका की मौत हुई है उस अस्पताल की ओर से डेंगू पॉजिटिव होने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेजी गई। न ही निजी अस्पतालों के द्वारा दी जाने वाले डेंगू पॉजिटिव पोर्टल पर कोई रिकार्ड है। अब सवाल यह उठता है कि निजी अस्पताल कहीं किसी डर की वजह से तो डेंगू की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेज रहे। कहीं निजी अस्पतालों में बुखार से होने वाली मौतों की वजह डेंगू तो नहीं।
एमएससी की छात्रा की मौत डेंगू से हुई है यह अभी कहा नहीं जा सकता। हमने फ्यूचर प्लस अस्पताल से छात्रा के इलाज के कागजात मांगे है उनके आधार पर ही पता चलेगा कि मौत की वजह क्या रही। – डा. अशोक तालियान, नोडल अधिकारी संचारी रोग, मेरठ मण्डल।