गुजरात: चीन में फैले एचएमपीवी वायरस (HMPV Virus) को लेकर गुजरात स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। एचएमपीवी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि फिलहाल गुजरात में एक भी केस नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि अगर आप खांसते या छींकते हैं तो अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें। HMPV Virus को लेकर गुजरात स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। एचएमपीवी वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी करते हुए लोगों को यह सलाह दी है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि यदि आप बीमार हैं तो सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें. सांस संबंधी समस्या होने पर डॉक्टरों से संपर्क करें. यदि सर्दियों के मौसम में छोटे बच्चों और बुजुर्गों में एचएमपीवी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो इसका निदान कराने की भी अपील की गई है.
HMPV के लक्षण क्या हैं ?
HMPV के सामान्य लक्षण खांसी, बुखार, नाक बंद होना, सांस लेने में तकलीफ और घरघराहट हैं। ये लक्षण अन्य सांस से जुड़े वायरस के कारण होने वाले संक्रमणों के लक्षणों के समान हैं। गंभीर मामलों में इससे ब्रोंकाइटिस और निमोनिया हो सकता है।
चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र की वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में बताया गया कि 2009 से 2019 तक सांस से जुड़े संक्रामक रोगों के आंकड़ों के अनुसार, HMPV सबसे तेजी से सांस से जुड़े संक्रमण पैदा करने वाले आठ वायरस में आठवें स्थान पर है, जिसकी पॉजिटिविटी रेट 4.1 प्रतिशत है।
कैसे फैलता है?
HMPV संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर सांस की बूंदों के माध्यम से फैलता है। अगर यह वायरस वातावरण में फैल चुका है तो इसके संपर्क में आने से भी संक्रमण फैल सकता है, HMPV सबसे ज्यादा सर्दियों में फैलता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये कहा?
बता दें, शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आश्वस्त किया कि चीन में सांस संबंधी बीमारियों के मामलों में हाल ही में हुई बढ़ोतरी को लेकर चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसमें ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कारण होने वाली बीमारियां भी शामिल हैं। एक बयान में मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि चीन में सब कुछ ठीक है और भारत श्वसन संक्रमणों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।