ज्ञान प्रकाश, मेरठ। एक लाचार और बेबस मां की दास्तान और दर्द सुनने को पुलिस तैयार नहीं है। पुलिस के अंदर से संवेदना खत्म हो गई है। टीपी नगर थाना क्षेत्र के भोला रोड से सत्रह महीने पहले रहस्यमय ढंग से लापता हुई चार साल की किट्टू का अभी तक पता नहीं चल पाया है। दुखियारी मां टीपी नगर थाने से लेकर एसएसपी आफिस के सैंकड़ों चक्कर लगा चुकी है लेकिन उसकी बेटी को ढूंढने के लिये पुलिस तैयार नहीं है। जब भी मां पुलिस के पास मदद के लिये जाती है उसे यह कह कर भगा दिया जाता है कि पुलिस के पास और भी बहुत काम है अभी टेंशन मत दो।
चार जनवरी 2023 की रात के वक्त भोला रोड मुल्तान नगर में रहने वाले ट्रक ड्राइवर धीरेन्द्र तेवतिया की बेटी चार साल की किट्टू खेलते खेलते घर से बाहर निकल गई थी।
उस वक्त उसकी मां पुष्पा कहीं गई हुई थी। रात दो बजे जब पिता की आंख खुली तो किट्टू घर पर नहीं दिखाई दी। रात किसी तरह किट्टू को ढूंढते हुए गुजरी और सुबह होते ही पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने आसपास के सीसी कैमरों को खंगाला तो पता चला किट्टू एक युवक के साथ जा रही है। इसके बाद किट्टू का पता नहीं चला। उन दिनों शहर में बच्चियों के गायब होने की वारदातें कई हो चुकी थी इस कारण लोगों को लग रहा था कि कहीं बच्ची का अपहरण तो नहीं हो गया है।
किट्टू की मां पुष्पा ने बताया कि चार साल की बेटी किट्टू उसकी जिंदगी का सहारा है और वो उसके बिना मुश्किल से रह पा रही है। टीपी नगर पुलिस शुरु में तो बच्ची के गायब होने के पीछे मां बाप के बीच के विवाद को मान रही थी लेकिन बाद में यह थ्योरी भी फेल हो गई। उस समय सीओ ब्रहमपुरी रही शुचिता सिंह ने सैंकड़ों सीसी कैमरे की फुटेज निकलवाई लेकिन कहीं से भी किट्टू का पता नहीं चला। पुलिस की कई टीमें गाजियाबाद, बागपत, बुलंदशहर भी गई। किट्टू के गायब हुए सत्रह महीने हो गए और मां पुष्पा बेटी की तलाश में एक सप्ताह में तीसरी बार एसएसपी आफिस आई और गुहार लगाई और थाना पुलिस की शिकायत भी की।
पुष्पा का कहना है कि जब भी थाने जाओ पुलिस बस यही कहती है कि तुम्हारी बच्ची को ढूंढने के लिये समय नहीं है। पुष्पा ने सीओ किठौर अभिषेक पटेल से जब कहा कि साहब अगर अमीर घर की बच्ची गायब होती तो पुलिस पाताल से ढूंढ कर निकाल लाती। इस दुनिया में गरीब की सुनने वाला कोई नहीं है।
वहीं टीपी नगर पुलिस का कहना है कि किट्टू को ढूंढने के लिये हर संभव प्रयास हो चुके है। संदिग्ध लोगों को उठा कर पूछताछ तक हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। हैरानी की बात यह है कि मां पुष्पा तो थाने के चक्कर लगा रही लेकिन पिता ने अब थाने आना बंद कर दिया क्योंकि उसका कहना है कि सत्रह महीने में पुलिस ने मेरी बच्ची के लिये कुछ नहीं किया।