Mahakumbh 2025 Updates: महाकुंभ में मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को पहला अमृत स्नान शुरू हो गया है। वही इस कड़ाके की ठंड में आस्था का सैलाब उमड़ा है। कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। चारों ओर आध्यात्मिकता का प्रकाश और धर्म की गूंज है। महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान आज मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर शुरू हो गया है। अनुमान हैं कि इस अमृत स्नान पर करीब 3 करोड़ भक्त संगम तट पर डुबकी लगाएंगे।
वही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि “यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है। आज आस्था के महापर्व ‘मकर संक्रांति’ के पावन अवसर पर महाकुंभ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं को बधाई!”
ड्रोन और CCTV कैमरों का भी भरपूर प्रयोग किया जा रहा है: DGP प्रशांत कुमार
यूपी के DGP प्रशांत कुमार ने कहा है कि हम लोगों का प्रयास है कि स्नान पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो. पूरे प्रदेश में आज मकर संक्रांति का जो स्नान हो रहा है वो अबाधित तरीके से चल रहा है. अखाड़ों के अन्य घाट होते हैं जिसके अलावा सामान्य घाटों पर भीड़ मौजूद है. ड्रोन और CCTV कैमरों का भी भरपूर प्रयोग किया जा रहा है।
यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि 7 बजे तक 98 लाख 20 हजार लोगों ने स्नान कर लिया था। आज प्रथम मुख्य स्नान है। अभी तक तो संख्या 1 करोड़ से उपर जा चुकी होगी. हम लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। सभी अधिकारी ड्यूटी पर तैनात हैं। हमारे सभी वरिष्ठ अधिकारी राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम से निगरानी कर रहे हैं। सभी लोग रेड अलर्ट पर हैं।
पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के सफल समापन के बाद प्रयागराज महाकुंभ का सोमवार से आगाज हो गया। इसके बाद मंगलवार को ‘शाही स्नान’ पर भी शुरू हो चुका हैं, जिसे इस साल सरकार ने ‘अमृत स्नान’ का नाम दिया है। इस ‘अमृत स्नान’ के लिए अखाड़ो ने जुलूस शुरू कर दिया है। ‘अमृत स्नान’ को लेकर सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के साधु पहले पवित्र डुबकी लगाएंगे।
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के सचिव महंत आचार्य देवेंद्र सिंह शास्त्री ने पुष्टि की है कि सभी अखाड़ों के तारीखों, क्रम और समय के बारे में सूचित कर दिया गया है। प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह पवित्र परंपरा सुचारू रूप से और पूरी श्रद्धा के साथ संपन्न हो।
क्या है समय
परंपरा के अनुसार, महाकुंभ 2025 का अमृत स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति से शुरू हो गया. सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा अमृत स्नान के लिए निकले। इन अखाड़ों ने सुबह 5:15 बजे शिविर से प्रस्थान किया और 6:15 बजे घाट पहुंचेंगे। स्नान का समय 40 मिनट होगा. ये घाट से सुबह 6:55 बजे निकलेंगे और 7:55 बजे शिविर में पहुंचेंगे।
इसके बाद श्री तपोनिधि पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री पंचायती अखाड़ा आनंद अमृत स्नान करेंगे. ये अखाड़े सुबह 6:05 बजे शिविर से प्रस्थान करेंगा और 7:05 बजे घाट पर पहुंचेंगे, जबकि स्नान का समय 40 मिनट होगा. इसके बाद वह सुबह 7:45 बजे घाट से प्रस्थान करेंगे और 8:45 बजे शिविर पहुंचेंगे।
कब कौन सा अखाड़ा करेगा पवित्र स्नान
तीसरे स्थान पर तीन संन्यासी अखाड़े अमृत स्नान करेंगे। इनमें श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आह्वान अखाड़ा और श्री पंचाग्नि अखाड़ा शामिल हैं। ये सुबह 7:00 बजे शिविर से रवाना होंगे और 8:00 बजे घाट पर पहुंचेंगे। स्नान का समय 40 मिनट होगा। तीनों अखाड़े सुबह 8:40 बजे घाट से रवाना होंगे और 9:40 बजे शिविर में पहुंचेंगे।
तीनों बैरागी अखाड़ों में सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा सुबह 9:40 बजे शिविर से चलकर 10:40 बजे घाट पर पहुंचेगा और 30 मिनट स्नान करने के बाद 11:10 बजे घाट से निकलकर 12:10 बजे शिविर में पहुंचेगा।
अखिल भारतीय श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा सुबह 10:20 बजे शिविर से चलकर 11:20 बजे घाट पर पहुंचेगा और 50 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 12:10 बजे घाट से निकलकर 1:10 बजे शिविर में वापस आएगा। अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा सुबह 11:20 बजे शिविर से चलकर 12:20 बजे घाट पर पहुंचेगा। यह अखाड़ा करीब 30 मिनट स्नान करेगा और इसके बाद दोपहर 12:50 बजे वहां से वापस लौटकर 1:50 बजे शिविर में पहुंचेगा।
शाम तक लौटेंगे वापस
बाकी तीन अखाड़े उदासीन संप्रदाय से जुड़े हैं। इसमें उदासीन श्री पंचायती नया उदासीन अखाड़ा अपने शिविर से दोपहर 12:15 बजे प्रस्थान करेगा और 1:15 बजे घाट पर पहुंचेगा। यह अखाड़ा 55 मिनट स्नान करने के बाद दोपहर 2:10 बजे घाट से निकलकर 3:10 बजे शिविर में पहुंचेगा। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन निर्वाण दोपहर 1:20 बजे शिविर से निकलकर 2:20 बजे घाट पर पहुंचेगा। यहां एक घंटे स्नान करने के बाद 3:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 4:20 बजे शिविर में पहुंचेगा।
सबसे आखिर में श्री पंचायती निर्मल अखाड़ा अमृत स्नान करेगा। यह अखाड़ा 2:40 बजे शिविर से निकलेगा और 3:40 बजे घाट पर पहुंचेगा। करीब 40 मिनट स्नान करने के बाद अखाड़ा 4:20 बजे घाट से निकलेगा और शाम 5:20 बजे शिविर में वापस लौटेगा। उल्लेखनीय है कि बसंत पंचमी पर भी यही व्यवस्था बनी रहेगी।