– सिर्फ 30 मिनट में मंझावली पुल से सफर होगा।
गौतमबुद्धनगर। ग्रेटर नोएडा को फरीदाबाद के मंझावली पुल से जोड़ा जाएगा। इसके लिए गौतमबुद्ध नगर की सीमा में मंझावली पुल तक 1.7 किलोमीटर लंबी सड़क बनाई जाएगी। 5 किलोमीटर तक सड़क को 4 लेन करने की भी योजना है। शासन ने सड़क निर्माण के लिए 65 करोड़ रुपए से अधिक के बजट को मंजूरी दे दी है। इस सड़क के बनने से फरीदाबाद के लोग आसानी से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि सड़क बन जाने से ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के बीच केवल 20 से 30 मिनट में सफर पूरा किया जा सकेगा। वर्तमान नोएडा और दिल्ली होकर जाने वाले लोगों को इसे पूरा करने में दो घंटे लगते है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के तहत प्रमुख निर्माण परियोजनाओं की प्रगति और विशिष्टताओं की समीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव एसपी गोयल की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक के दौरान यह मंजूरी दी गई।
पुरानी सड़क को किया जाएगा चौड़ा
जिन प्रस्तावों पर चर्चा हुई, उनमें से एक फरीदाबाद-ग्रेटर नोएडा एकीकृत सर्किट परियोजना है। ये फरीदाबाद में जसाना, मंझावली और ग्रेटर नोएडा में बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के पास अट्टा गुजरान के माध्यम से दोनों शहरों को जोड़ेगी। इसके तहत 1.7 किलोमीटर लम्बी नई सड़क बनाई जाएगी साथ ही 3 किलोमीटर से अधिक मौजूदा सड़क को चौड़ा किया जाएगा।
110 किसानों को मिलेगा मुआवजा
सड़क के लिए चार गांवों की कुल 6.888 हेक्टेयर जमीन की खरीद जारी है। जिला प्रशासन किसानों से कुल 3,720 रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन खरीद रहा है। यह जमीन कुल 110 किसानों से खरीदी जाएगी। मुआवजे के लिए जिला प्रशासन को 25 करोड़ का बजट पूर्व में दिया जा चुका है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंचना आसान
जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के चालू हो जाने के बाद, मंझावली पुल और उससे जुड़ी सड़क हरियाणा के मुसाफिरों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी होगी। इससे कालिंदी कुंज फ्लाईओवर और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे जैसे मौजूदा रास्तों पर भी भीड़भाड़ कम होने की उम्मीद है।
सड़क न बनने से परेशान लोग
मंझावली पुल का निर्माण कार्य 2014 में शुरू हुआ था, लेकिन ग्रेटर नोएडा में भूमि विवाद के कारण यह रास्ता पिछले 11 सालों से अटका है। लंबे समय से सड़क नहीं बनने से लोग परेशान हैं। फरीदाबाद जल्दी पहुंचने के लिए लोग कच्ची सड़क से ही गुजरकर पुल पर वाहनों के साथ जा रहे हैं। इससे हादसे का खतरा बना रहता है।