शास्त्रीनगर नई सड़क पर निगम ने नये भवन का शुरू किया था निर्माण।
आवास विकास ने अपनी जमीन बताकर रुकवाया काम।
शारदा न्यूज, मेरठ। नगर निगम और आवास विकास ढाई आरब की जमीन पर अपना दावा पेश कर रहे है। पंद्रह दिन पहले निगम ने इस जमीन पर अपना नया भवन बनाने की घोषणा की थी और कुछ समय पहले नगर आयुक्त ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य का जायजा लिया था। लेकिन अब आवास विकास ने इस जमीन पर अपना दावा पेश करते हुए निर्माण कार्य रूकवा दिया है।
गौरतलब है कि नगर निगम का कार्यालय काफी पुराना है और यह शहर के बीचों बीच स्थित है। ऐसे में यहां न तो अधिकारियों व कर्मचारियों के बैठने की उचित व्यवस्था है न ही आम जनता आसानी से यहां पहुंच पाती है। सबसे बड़ी समस्या पुरानी जर्जर बिल्डिंग को लेकर है। इसको लेकर निगम ने अपना नया कार्यालय बनाने का फैसला किया है। इसके लिए नगर निगम ने नई सड़क पर करीब ढाई हैक्टेयर जमीन को अपना बताते हुए नए भवन का निर्माण शुरू भी कर दिया था। लेकिन ढाई अरब कीमत की इस जमीन पर अब आवास विकास ने अपना दावा पेश करते हुए निगम का निर्माण कार्य रूकवा दिया है। बताया जा रहा है आवास विकास अपने पास इस जमीन के सभी कागजात होने का दावा कर रहा है। जबकि इससे पहले भी एक व्यक्ति इसी जमीन पर अपना दावा पेश करते हुए हाई कोर्ट की शरण में जा चुका है।
– क्या निगम को नहीं पता जमीन उसकी है या नहीं?
ढाई सौ करोड़ से अधिक की जमीन पर तीन दावे सामने आ चुके है। इनमें से आवास विकास अपने पास जमीन के सभी दस्तावेज होने की बात कर रहा है तो एक व्यक्ति भी इसी को लेकर हाई कोर्ट जा चुका है। लेकिन नगर निगम ने अभीतक इस जमीन को लेकर उसके पास कोई दस्तावेज होने की बात नहीं कही है। इसके साथ ही निगम के अधिकारी भी इस मामले को लेकर कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहें है।