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Saturday, November 1, 2025
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मेरठ: नगर निगम अधिकारियों पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप, कमिश्नरी चौराहे पर किया प्रदर्शन

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– भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने क्षेत्रीय लोगों के साथ कमिश्नरी चौराहे पर किया प्रदर्शन।

शारदा रिपोर्टर मेरठ। विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर सोमवार को वार्ड-44 से भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने क्षेत्रीय लोगों के साथ कमिश्नरी चौराहे पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन मंडलायुक्त कार्यालय पर सौंपते हुए शहर के विकास कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की।

क्षेत्रीय लोगों के साथ प्रदर्शन कर रहे भाजपा पार्षद उत्तम सैनी ने आरोप लगाते हुए बताया कि, पिछले काफी समय से नगर निगम में विभिन्न विकास कार्यों में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि, लोहियानगर में कूड़ा निस्तारण प्लांट के टेंडर में अधिकारियों द्वारा विशेष ठेकेदारों को देने के चक्कर में लगातार अनियमितता बरती जा रही है। जबकि, इस मामले में को लेकर कई बार पार्षद नगर निगम के अधिकारियों से मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए इस मामले की जांच कराकर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि, एनजीटी द्वारा नगर निगम मेरठ पर 5 करोड़ रुपये का जुमार्ना आरोपित किया गया है। लेकिन देखा जाए तो जनता का इस मामले में क्या दोष। इसलिए इस जुमार्ने को नगर निगम के अधिकारियों के वेतन से वसूला जाये।

उन्होंने कहा कि, नगर निगम द्वारा लगभग 12 लाख रुपये प्रतिमाह स्ट्रीट लाइट ठीक करने के लिये कम्पनी को दिया जाता है, लेकिन इससे इतनी अनियमितता बरती जाती है कि, सारा शहर अंधेरे में पड़ा है उसकी जांच करायी जाये। उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव में निर्माण विभाग द्वारा मतदान स्थल पर बैरिकेटिंग कुर्सी, मेज की व्यवस्था की जिम्मेदारी थी, जिसका भुगतान ठेकेदारों ने निर्माण विभाग से लिया। लेकिन, उसके अतिरिक्त 40 से 50 लाख का भुगतान, खाने, पीने और बूथों पर पर्दा लगाने के नाम पर लिया गया।

उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत आला अधिकारियों से की गई थी और उसका भुगतान भी रुकवाया गया था। लेकिन नगर आयुक्त द्वारा उनका भुगतान करा दिया गया है। जो दर्शाता है कि, गौशाला प्रकरण में लिप्त नगर आयुक्त सौरभ गंगवार अपने काम को लेकर कितने लापरवाह हैं। उन्होंने अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी जांच कराकर कार्यवपाई करते हुए जितना भी धन निगम का लूटा है उसकी रिकवरी कर जेल भेजने की मांग उठाई।

 

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