नगर निगम के पार्षदों ने किया निजी कंपनी के खिलाफ हंगामा।
वार्डो से कूड़ा नहीं उठाते निजी कंपनी के कर्मचारी, हो रहा भुगतान।
शारदा न्यूज़, मेरठ। त्यौहारों का मौसम चल रहा है और नगर निगम की जिम्मेदारी है कि वह शहरी क्षेत्र में सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त रखे। लेकिन शहर के कई इलाकों में गंदगी का अंबार लगा है। निगम से कूड़ा उठाने का ठेका लेने वाली कंपनी पर पार्षदों ने आरोप लगाया है कि उसके कर्मचारी कूड़ा नहीं उठाते है। जबकि नगर निगम के अधिकारियों से सैटिंग कर कंपनी को भुगतान किया जा रहा है।
शहर के अंदरूनी इलाकों जैसे भुमिया के पुल से नूर नगर जाने वाली सड़क, खत्ता रोड, जाकिर कालॉनी, माधवपुरम, भगवतपुरा, ब्रह्मपुरी, पोदीवाड़ा, प्रहलादनगर, लिसाड़ी रोड, श्याम नगर आदि कई इलाके है जिनमें सड़कों और गलियों में कूड़े के ढेर लगे है। निगम के पार्षदो ने कूड़ा उठाने का ठेका लेने वाली बीवीजी कंपनी के कर्मचारियों पर काम नहीं करने का आरोप लगाकर हंगामा किया। पार्षदों का कहना है निगम के सफाई कर्मचारी अपनी ड्यूटी कर रहें है लेकिन बीवीजी कंपनी के कर्मचारी उनकी मेहनत पर पानी फेर रहे है। जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा है लेकिन बीवीजी कंपनी के कर्मचारी उसे उठाकर डंपिग सैंटर पर नहीं ले जाते।
– काम नहीं तो कंपनी को भुगतान क्यों
नगर निगम के पार्षदों ने प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी से समस्या का समाधान कराने की बात कही है। उनका कहना है कि जब निजी कंपनी कूड़ा नहीं उठावा रही है तो उसे भुगतान किस लिए किया जा रहा है। यदि बीवीजी कंपनी के कर्मचारी अपनी ड्यूटी नहीं निभा रहें है तो उनकी जगह किसी दूसरी कंपनी को ठेका दिया जाना चाहिए। ऐसे में नगर निगम कर्मचारियों की टीम बनाकर उससे कूड़ा उठाने का काम लिया जा सकता है।
– निगम के अधिकारियों पर सेटिंग का आरोप
निगम पार्षदों ने निगम के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से सेटिंग कर रखी है। इसी वजह से कूड़ा नहीं उठने के बाद भी कंपनी को लगातार भुगतान किया जा रहा है। इससे निगम को लाखों रूपये का घाटा उठाना पड़ रहा है।