शारदा रिपोर्टर मेरठ। अवैध चैंबर्स के निर्माण को तत्काल रूकवाने की मांग को लेकर जिला बार एसोसिऐशन के दर्जनों अधिवक्ता बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने तमाम आरोप पूर्व जिला बार के अध्यक्ष और महामंत्री पर लगाए।
अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि जिला बार के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र कुमार व पूर्व महामंत्री आनन्द कश्यप द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित महात्मा गांधी सभागार के ऊपर प्लास्टिक तथा बोर्ड आदि से चैम्बर बनवाकर और धर्मशाला बिल्डिंग के ऊपर अवैध रूप से 18 चैम्बरो का निर्माण करके उन्हें अवैध रूप से लगभग दो करोड़ रुपए में बेच दिये थे। जिसको लेकर अधिवक्ताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ को शिकायत की थी। डीएम को विधि अनुसार कार्यवाही करने के लिए आदेशित किया था। ताकि अवैध चैम्बर्स के निर्माण को तत्काल रूकवाया जाए।
अधिवक्ताओं ने मांग करते हुए कहा कि कलक्ट्रेट परिसर में स्थित अधिवक्ता चैम्बर्स का नजारत अभिलेखों से मिलान करा लें। जिन चैंबर का निर्माण अनाधिकृत पाया जाए, उन पर सीलिंग की कार्यवाही करते हुये तब तक सील रखा जाए जब तक की विधिक कार्यवाही पूर्ण न हो जाए। लेकिन नाजिर सदर ने केवल धर्मशाला बिल्डिंग के ऊपर बने चैम्बरो को ही सील किया। जबकि, महात्मा गांधी सभागार के चैम्बरो को सील नहीं किया। जो मिलीभगत की तरफ इशारा करती है।