एमडीए ने नक्शा उपलब्ध न कराने पर दी सील करने की चेतावनी।
शारदा न्यूज, रिपोर्टर |
मेरठ। पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री पर शिकंजा कसने के बाद अब एमडीए और प्रशासन की नजर पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री मै.अल. शाकिब एक्सपोर्ट प्रा.लि. पर टेढी हो गई है। फैक्ट्री के नक्शे को लेकर सवाल उठाते हुए एमडीए ने फैक्ट्री को सील करने या ध्वस्तीकरण की चेतावनी दी है।
एमडीए के प्रवर्तन दल के प्रभारी अधिकारी अरपित यादव द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि जिस भूखंड में शाहिद अखलाक की मै. अल. शाकिब एक्सपोर्ट प्रा.लि. के नाम से फैक्ट्री चल रही है। उस भूखंड का मानचित्र 03 अप्रैल 1986 को स्वीकृत हुआ था। यह नक्शा मदन मोहन टेक्सटाइल लि. द्वारा फैक्ट्री शेड बनाने और कॉआॅपरेटिव हैंडलूम एस्टेट मेरठ के नाम से औद्योगिक मानचित्र स्वीकृत हुआ था।
लेकिन अब इस स्थल पर मै. अल. शाकिब एस्पोर्ट प्रा.लि. नाम से संचालन किया जा रहा है। इस उद्योग संचालन के लिए स्वीकृत कराए मानचित्र की प्रति एमडीए द्वारा शाहिद अखलाक से पांच अक्तूबर को मांगी गई थी। लेकिन अभी तक भी उन्होंने मानचित्र उपलब्ध नहीं कराया।
जिस पर प्रवर्तन दल प्रभारी ने 25 अक्तूबर को नोटिस जारी करते हुए शाहिद अखलाक से नोटिस प्राप्ति के एक सप्ताह के भीतर मानचित्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। यदि मानचित्र उपलब्ध नहीं कराया जाता है, तो फैक्ट्री सील करने या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
नप सकते हैं पूर्व के अधिकारी और कर्मचारी
शाहिद अखलाक की उक्त फैक्ट्री काफी लंबे समय से इस स्थान पर चल रही है। लेकिन बिना मानचित्र स्वीकृति के इसका संचालन अब तक कैसे होता रहा, एमडीए वीसी ने इसकी भी जांच शुरू करा दी है। सूत्रों का कहना है कि अब तक एमडीए अधिकारियों की सांठगांठ से फैक्ट्री संचालन होता रहा। ऐसे में अब पूर्व के अधिकारी और कर्मचारी भी जांच के दायरे में आ गए हैं।