– छठ पूजा के बाद बननी शुरू होगी दीवार।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। रेलवे रोड से बागपत रोड को जोड़ने वाली लिंक रोड का नामकरण क्रांति पथ के नाम से किया जा रहा है। यह मार्ग देश की गौरवशाली सेना को समर्पित होगा। यह जानकारी राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने दी।
उन्होंने बताया कि छठ पूजा के बाद एक नवम्बर से सेना की कॉलोनी व सड़क के बीच की दीवार बननी प्रारंभ होकर 10 दिन में पूर्ण हो जायेगी। रेलवे रोड मंदिर की ओर से सड़क पर तारकोल की सड़क बनाना अगले एक-दो दिन में प्रारंभ हो जाएगा। कार्यदायी संस्था, ठेकेदार व उनकी टीम मौके पर जाकर शेष सिविल वर्क करने को समयबद्ध आज अंतिम रूप देगी। उन्होंने इस कार्य के लिए रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को मेरठ की जनता की और से आभार भी जताया है।
वाजपेयी ने बताया कि 900 मी लगभग पूरी सड़क भारत के संघर्षों व मेरठ की क्रांति के इतिहास का परिचय करायेगी। जिसमें मेरठ की 1857 की क्रांति का इतिहास औघड़नाथ मंदिर, अशोक की लाट शहीद स्मारक, 1962 का भारत चीन युद्ध तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहर लाल नेहरू, 1965 का भारत पाकिस्तान युद्ध तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री, 1971 भारत पाकिस्तान युद्ध तत्कालीन प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी, 1999 कारगिल युद्ध माननीय प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी बाजपेयी, सितंबर 2016 में पाकिस्तान के विरुद्ध सर्जिकल स्ट्राइक, फरवरी 2019 में पाकिस्तान के विरुद्ध एयर स्ट्राइक, मई 2025 पाकिस्तान के विरुद्ध आॅपरेशन सिंदूर, रक्षा उतपादों में भारत की आत्मनिर्भरता की कहानी को पेंटिंग के जरिए उकेरा जाएगा।
इसके साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का विवरण, जनपद के शहीद सैनिको का विवरण, जनपद के राष्ट्रीय पदक प्राप्तकतार्ओं का विवरण, लिंक रोड संघर्ष समिति का विवरण दर्ज होगा। यह सब सेना और जिला प्रशासन की सलाह से अंतिम रूप देकर कार्यरूप में परिणित किया जाएगा। फिलहाल प्रत्येक विषय को लोहे के फ्रेम पर फ्लेक्स बनाकर लगाया जाएगा। बाद में धीरे-धीरे कुछ प्रमुख फ्लेक्स हटाकर चित्रकार के माध्यम से दीवार पर पेंटिंग बनवाई जायेगी।

