शारदा रिपोर्टर मेरठ। सकौती में नाम बदलकर छोले भटूरे बेच रहा दादरी निवासी एक ठेला संचालक कांवड़ियों के हंगामे के बाद ठेला छोड़कर भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली और शिव भक्तों को रवाना किया। पुलिस जांच में जुट गई है।
सकौती बाजार में पिछले पांच छह वर्षों से दादरी निवासी भोले छोले भटूरे के नाम से ठेला लगाता चला आ रहा है। शनिवार को कुछ शिव भक्त उसके ठेले पर छोले भटूरे खाने के लिए रुके। बताया गया है कि किसी ने शिव भक्तों को बताया कि ठेला संचालक दूसरे समुदाय से है और नाम बदलकर छोले भटूरे बेच रहा है।
इस पर दिल्ली निवासी कांवड़ियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते देख ठेला संचालक ठेला छोड़कर भाग निकला। हंगामे की जानकारी मिलने पर सकौती पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे शिव भक्तों को शांत कराया, जिस पर कांवडियां अपने गंतव्य को रवाना हो गए। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
पुलिस का कहना है कि नाम बदलकर छोले भटूरे बेचने को लेकर हंगामा हुआ था। कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। जांच की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर हाईवे पर बढ़ती कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए इस घटना के बाद पुलिस सतर्क हो गई है। पुलिस ने अपने स्तर से अब प्रत्येक दुकानदार और ठेला संचालक का सत्यापन शुरू कर दिया है, ताकि भविष्य में कोई विवाद न हो।
नेम प्लेट के आदेश पर है रोक
यूपी सरकार ने कांवड़ मार्ग पर प्रत्येक होटल, फल विक्रेता या खाद्यय पदार्थ बेचने वाले के लिए नेम प्लेट का आदेश पारित किया था। लेकिन इस पर कोर्ट ने रोक लगा दी है। जिसके चलते अब पुलिस प्रशासन के सामने कांवड़ यात्रा को लेकर संकट खड़ा होता नजर आ रहा है।