नई दिल्ली। बांग्लादेश और भारत के बीच पिछले कुछ समय से रिश्तों में तनाव बना हुआ है। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से ही दोनों देशों के संबंधों में दरार पैदा हो गई है। अब इस का असर आयात पर भी दिखाई दे रहा है। तनावपूर्ण संबंधों के चलते भारत ने एक बार फिर बांग्लादेश से लैंड रूट के जरिए इम्पोर्ट किए जाने वाले कुछ और जूट प्रोडक्ट के इम्पोर्ट पर बैन लगा दिया है। इसी के बाद दोबारा अब और भी जूट की चीजों को प्रतिबंधित सामानों की लिस्ट में शामिल किया गया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की अधिसूचना के अनुसार, जूट के कुछ प्रोडक्ट का इम्पोर्ट सिर्फ लैंड रूट के जरिए बैन किया गया।
अभी भी इन चीजों का इम्पोर्ट न्हावा शेवा बंदरगाह के जरिए किया जा सकता है।अधिसूचना के अनुसार, भारत-बांग्लादेश सीमा पर किसी भी लैंड पोर्ट से बांग्लादेश से इम्पोर्ट की अनुमति नहीं दी जाएगी। जिन चीजों पर लैंड रूट के जरिए इम्पोर्ट पर बैन लगाया गया है उनमें शामिल हैं, जूट या अन्य कपड़ों के बास्ट फाइबर के ब्लीच और बिना ब्लीच बुने हुए कपड़े, सुतली, डोरी, जूट की रस्सी और जूट के बोरे और थैले शामिल हैं।
इससे पहले भी 27 जून को, भारत ने बांग्लादेश से सभी लैंड रूट के जरिए कुछ जूट उत्पादों और बुने हुए कपड़ों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, ये इम्पोर्ट अभी भी केवल महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह के माध्यम से किए जा सकते हैं। अप्रैल और मई में भी भारत ने बांग्लादेश से आयात पर इसी तरह के प्रतिबंधों की घोषणा की थी।