- चिकित्सको ने कैंप लगाकर की बुखार की जांच।
शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मवाना। तहसील क्षेत्र अंतर्गत किला परीक्षितगढ़ देहात क्षेत्र में बुखार ने कहर ढाह रखा है। बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कुंभकरणी नींद से जागने को तैयार नहीं है। जिसके चलते शुक्रवार को गांव दयालपुर निवासी बबलू पुत्र हेम सिंह की बुखार की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक नगर के एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती था।
ग्राम प्रधान ने इस मामले की लिखित शिकायत जिलाधिकारी से की युवक की डेंगू बुखार से मौत होना बताया जिससे गांव में दहशत व्याप्त है। देहात क्षेत्र के गांवों में बुखार ने पैर पसरना शुरू कर दिया है। बड़ी संख्या में देहात क्षेत्र के गांवों में बुखार से पीड़ित है। मरीजों की जान पर आफत आयी हुई है। लोगों में रहस्मयी बुखार को लेकर दहशत व्याप्त है। ग्राम दयालपुर में करीब दो माह से बुखार ने कहर बरप्पा रखा है और गांव में बड़ी संख्या में बुखार से पीड़ित है। उसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग इस और ध्यान नहीं दे रहा है और कुभकरण की नींद में सोया हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते गांव के ही बबलू पुत्र हेम सिंह बुखार से पीड़ित था तथा उसका उपचार नगर के प्राईवेट नारायण अस्पताल में चल रहा था। जहां शुक्रवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक की मौत को डेंगू बुखार से होना बताया गया है। जिससे मृतक के परिजनों व गांव में दहशत व्याप्त है।
ग्रामीणों का आरोप है सीएचसी प्रभारी डॉ० रवि शंकर व मेलेरिया विभाग अधिकारी से अनेको बार मिलकर बुखार फैलने की जानकारी देते हुए शिविर लगाने की मांग को थी। लेकिन आश्वसन के अलावा कुछ नहीं मिला गांव में घर घर में बुखार से पीड़ित मरीज है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोला छाप डाक्टरों के क्लीनिक पर छापे मारकर इतिश्री कर ली है।
ग्राम प्रधान शिक्षा ने जिलाधिकारी दीपक मीणा सीएमओ अखिलेश मोहन से लिखित में शिकायत करते हुए गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाने की मांग की है। इस संबंध में सीएचसी प्रभारी डॉ० रवि शंकर ने बताया कि गांव में बुखार का प्रकोप चल रहा है। लेकिन डेंगू बुखार की पुष्टि नहीं हो पायी है। शनिवार को गाँव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर टीम द्वारा मरीजों की जांच कर उपचार किया जाएगा।