शारदा रिपोर्टर, मेरठ- मौसम का मिजाज जैसे-जैसे बदल रहा है, वैसे ही बीमारी भी बढ़ने लगी है। मेडिकल अस्पताल और जिला अस्पताल में मरीजों की लाइन लगी है। हाल ये है कि सरकारी अस्पतालों में रोजाना ओपीडी दो हजार से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। जबकि इससे ज्यादा संख्या निजी चिकित्सकों के यहां है।
पिछले दस दिन से मौसम ने बदलना शुरू कर दिया है। दिन का तापमान हालांकि अभी भी स्थिर है, लेकिन रात के तापमान में लगातार गिरावट आ रही है। शाम होते ही हवा के साथ हलकी ठंड का अहसास होने लगता है। सुबह के समय ठंड का यह अहसास और ज्यादा बढ़ रहा है। मौसम के इस बदलाव का लोगों की सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे में मौसमी बुखार के बीच वायरल, टायफाइड, मलेरिया, डेंगू, जुकाम और खांसी के मरीज तेजी से बढ़े हैं।
मंगलवार को मेडिकल अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भारी भीड़ नजर आई। यही हालात जिला अस्पताल के थे। यहां उपचार के लिए मरीजों को काफी मशक्कत करनी पड़ी है। घंटों इंतजार के बाद धक्का खाने के बाद उपचार मिला है। सुबह आठ बजे के बाद मरीजों की भीड़ जिला पुरुष और महिला अस्पताल की ओपीडी में जुटना शुरू हो गई।
जिला पुरुष अस्पताल में सोमवार को लेकर अधिक भीड़ रही और पूरे दिन की ओपीडी एक हजार से ज्यादा मरीजों की रही है। यहां मरीज तो सुबह से पहुंचना शुरू हो गए और पर्चा बनवा लिया, लेकिन डॉक्टर कक्षों के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ा। क्योंकि डॉक्टर राउंड के नाम पर दस बजे के बाद ही ओपीडी में पहुंचते हैं। ओपीडी में डॉक्टर पहुंचने तक मरीज परेशान रहे। इसके बाद डॉक्टरों ने उपचार में दवा के साथ जांच लिखीं तो जांच कराने को खींचतान रही। वहीं दवा स्टोर पर भी लंबी लाइन की भीड़ लगती दिख रही है।
डॉक्टरों का कहना है कि मौमस परिवर्तन चल रहा है इसलिए सर्दी, बुखार, खांसी, मलेरिया, डेंगू, सिरदर्द आदि के मरीज आ रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों की सेहत बिगड़ रही है लोगों को खानपान पर ध्यान देने की जरूरत है। मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या बच्चों और बूढ़ों की नजर आई।