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Thursday, December 25, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशMeerutसरकार दवाओं के क्वालिटी कंट्रोल को लेकर सख्त: गोपाल अग्रवाल

सरकार दवाओं के क्वालिटी कंट्रोल को लेकर सख्त: गोपाल अग्रवाल

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  • आईएमए हॉल में आयोजित हुई डाक्टर्स व दवा विक्रेताओं की बैठक।
  •  क्वालिटी कंट्रोल के लिए केन्द्र व राज्य सरकार जिम्मेदार।

शारदा न्यूज, मेरठ। मरीजों को मिलने वाली दवाओं की कीमत और क्वाालिटी को लेकर मेरठ होलसेल केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन और हास्पिटल बोर्ड आॅफ इंडिया के बीच आईएमए हॉल में एक सदाचार बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहर के जानें-माने चिकित्सकों समेत दवा व्यापारियों ने हिस्सा लिया।

 

 

Meerut / आईएमए हाल में दवा विक्रेताओं और डाक्टरों के बीच आयोजित हुई बैठक, अपना- अपना रखा पक्ष | Video | Sharda News

 

गुरूवार को आईएमए हॉल में आयोजित बैठक में मेरठ होलसेल केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक गोपाल अग्रवाल ने दवाओं की गुणवत्ता व कीमत को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा मौजूदा सरकार मरीजों को मिलने वाली दवाओं को लेकर काफी गंभीर है। योगी सरकार जल्द ही ऐसी नीति तैयार कर रही है जिसमें कोई भी दवा बनाने वाली कंपनी अपनी मनमानी नहीं कर सकेगी। सरकार ने उन कंपनियों पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है जो मानकों के अनुरूप दवाएं तैयार नहीं कर रही है। हाल ही में सरकार ने ऐसी कुछ कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है जो दवाएं तो बनाती है लेकिन उनका साल्ट मानकों के अनुरूप नहीं था। यह कंपनियां दवाएं तैयार कर बाजारा में उतार देती है जहां से यह मरीजों तक पहुंचती है और कंपनियां मोटा मुनाफा कमाती है।

 

 

– डाक्टर्स अब लिख सकेंगे दवाओं के नाम

बैठक में जानकारी दी गई कि अब केन्द्र सरकार ने अपने उस आदेश को वापस ले लिया है जिसमें डाक्टर्स को दवाओं के नाम के बदले उनका साल्ट लिखने को कहा गया था। अब डाक्टर्स अपनी मर्जी से दवाओं के नाम लिख सकते है लेकिन यह दवाएं बाजार में उपलब्ध होनी चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए कि उनके द्वारा लिखी गई दवाएं केवल उन मेडिकल स्टोर्स पर ही उपलब्ध हो सके जो डाक्टर्स की क्लिनिक के पास होते है।

– दवाओं की क्वालिटी व कीमत कंट्रोल करने का अधिकार सरकार के पास

बैठक में इस विषय को लेकर भी चर्चा की गई कि मौजूदा समय में जिस तरह से दवाओं की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठ रहे है वह कितना उचित है। कोई भी दवा जब किसी कंपनी से बनकर निकलती है तो वह पहले स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जांच के दायरे में आती थी। लेकिन अब यह खाद्य एवं औषधि नियंत्रण विभाग के आधीन आती है। अब इसको लेकर क्या मानक है वह केन्द्र व राज्य सरकारें तय करती है। साथ ही दवाओं की कीमत को लेकर भी निर्णय लेने का आधिकार केन्द्र सरकार के पास है।

बैठक में आईएमए सचिव डा. तरूण गोयल, अध्यक्ष डा. संदीप गोयल, मेरठ होलसेल केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के संरक्षक गोपाल अग्रवाल व हॉस्पिटल बोर्ड आॅफ इडिया के जिला अध्यक्ष डा. शिशिर जैस समेत शहर के तमाम प्रमुख चिकित्सक व दवा विक्रेता मौजूद रहे।

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