– कार डिवाइडर से टकराई।
गोरखपुर। भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह का सोमवार की शाम गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर एक्सीडेंट हो गया। हादसे में विधायक समेत 7 लोग घायल हो गए। घायलों में 6 पुलिसकर्मी और एक ड्राइवर शामिल है। हादसा इतना भीषण था कि विधायक के काफिले में आगे चल रही स्कॉर्पियो एक्सप्रेस-वे पर 6 बार पलटी खाई। विधायक की लग्जरी कार एक्सप्रेस-वे पर डिवाइडर से टकराई। यह देख आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। घायलों को गाड़ी से बाहर निकाला गया। पुलिस ने विधायक और घायल सुरक्षाकर्मियों को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया है।
फतेह बहादुर सिंह के बाएं कंधे में फ्रैक्चर आया है। उनकी हालत नाजुक है। उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया है। बाकी घायलों का इलाज गोरखपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। गनीमत रही कि गाड़ी का एयरबैग खुल गया था, इसलिए जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
तीन दिन पहले 20 जून को इस लिंक एक्सप्रेसवे का सीएम योगी ने उद्घाटन किया था। 91 किमी लंबे इस लिंक एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर से लखनऊ की दूरी काफी कम हो गई है।
सोमवार की शाम करीब 7 बजे विधायक फतेह बहादुर सिंह गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे से लखनऊ जा रहे थे। उनकी ङकअ कार सिकरीगंज थाना क्षेत्र के छतियारी गांव के पास पहुंची थी कि आगे चल रहे ट्रक को ड्राइवर ने ओवरटेक करने का प्रयास किया।
एक्सप्रेस-वे पर ड्राइवर अपने राइट साइड से ट्रक को ओवरटेक करके निकलना चाहता था, तभी उसी तरफ आगे चल रहा ट्रक भी आ गया। विधायक का ड्राइवर टक्कर से बचाने के लिए गाड़ी को डिवाइडर की तरफ ले गया। इसी बीच गाड़ी बेकाबू होकर डिवाइडर से टकरा गई। वहीं, पीछे चल रही स्कॉर्पियो एक्सप्रेस-वे पर पलट गई।
आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। कार से विधायक और अन्य को बाहर निकाला गया। लोगों की मदद से उन्हें तत्काल एक दूसरी गाड़ी से अस्पताल ले जाया गया। हादसे में विधायक के कंधे में चोट आई है।
पूर्व मंत्री के साथ दुर्घटना की सूचना मिलते ही सिकरीगंज पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। दुर्घटना की सूचना मिलते ही विधायक के समर्थक और शुभचिंतक उनके आवास और अस्पताल पर पहुंच गए। अन्य गाड़ियों में मौजूद लोगों से विधायक के बारे में जानकारी ली।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरबहादुर सिंह के बेटे हैं फतेह बहादुर
फतेह बहादुर सिंह कैम्पियरगंज विधानसभा सीट विधायक हैं। वे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरबहादुर सिंह के बेटे हैं। पिता की परम्परागत सीट पनियरा से पहली बार विधायकी का चुनाव लड़ा था। हालांकि लगातार दो बार चुनाव में हार मिली। तीसरे चुनाव में विधायक बने और लगातार कुल चार बार पनियरा का प्रतिनिधित्व किया। वो 2007 में बसपा सरकार में वन मंत्री भी रहे। लेकिन, तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 2012 का चुनाव आते-आते कैबिनेट से न केवल बर्खास्त कर दिया, बल्कि पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था।