spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Thursday, December 4, 2025
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeउत्तर प्रदेशMeerutकिसानों की मांग मानी, मुकदमा होगा वापस

किसानों की मांग मानी, मुकदमा होगा वापस

-

– थाने में धरना देने पर भाकियू कार्यकर्ताओं पर हुआ था मुकदमा दर्ज
– बाइक सीज करने पर भड़के थे भाकियू कार्यकर्ता
– सुबह चार बजे किसान नेताओं ने मांग पूरी होने के बाद धरना किया समाप्त


मेरठ। पुलिस द्वारा बाइक सीज करने पर भाकियू कार्यकर्ता भड़क गए। कार्यकर्ता बृहस्पतिवार को थाने में धरना देकर बैठ गए। इस दौरान कार्यकतार्ओं की पुलिस अधिकारियों के साथ नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने भाकियू जिलाध्यक्ष समेत 40 पर मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद भाकियू कार्यकर्ताओं का थाने पर धरना जारी रहा। जब भाकियू कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को महापंचायत का ऐलान किया तो अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और उन्होंने किसान नेताओं से बात की। कई दौर की वार्ता के बाद सुबह चार बजे धरना समाप्त हुआ। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि मुकदमा वापस होगा।

गंगानगर थाने में धरना देने पर भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, हर्ष चहल, अमित कुंडू सहित 40 कार्यकतार्ओं पर इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया। मुकदमे की सूचना पर कार्यकर्ता भड़क गए। बृहस्पतिवार शाम को पूरे जिले से करीब एक दर्जन ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता थाने पर गिरफ़्तारी देने पहुंच गए। स्थिति को देखते हुए लालकुर्ती, भावनपुर, सिविल लाइन, मवाना, पल्लवपुरम सहित रिजर्व पुलिस आदि फोर्स थाने के बाहर तैनात कर दी गई।

 

 

एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ दौराला अभिषेक पटेल, सीओ किठौर, सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला आदि आ गए। कार्यकर्ता थाने के अंदर जाने की मांग करने लगे। इस दौरान कार्यकतार्ओं व पुलिस की नोकझोंक हुई। कार्यकर्ता गद्दे व दरी डालकर बाहर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, परंतु वह नहीं माने। किसानों ने साफ कहा कि पहले थाने के अंदर सभी कार्यकर्ता जाएंगे। उसके बाद हम मुकदमा वापस लेने की बात पर चर्चा करेंगे। कार्यकतार्ओं में जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, हर्ष चहल, नरेश मवाना, सतबीर, विजयपाल घोपला, मोनू टीकरी, बबलू, अमित चौधरी, मुनेश त्यागी व अनुप यादव आदि सहित मौजूद रहे।

वहीं गिरफ्तारी देने पहुंचे सैकड़ों कार्यकतार्ओं को पुलिस ने थाने का गेट बंद कर अंदर नहीं घुसने दिया। इससे कार्यकर्ता भड़क गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान एसपी देहात व सीओ सदर देहात से तीखी नोकझोंक हुई। कार्यकर्ता थाने के बंद गेट के बाहर शाम सात बजे से धरना देकर बैठ गए। रात में खाना भी बनाया गया। हालांकि, रात में 12 बजे के बाद गेट खोल दिया गया। भाकियू कार्यकतार्ओं और पुलिस अधिकारियों के बीच वार्ता शुरू हुई।

इस बीच रात में ही भाकियू के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने एडीएम-ई के सामने एलान किया कि सुबह उनके कार्यकर्ता तीनों स्थानों पर टोल फ्री करा देंगे। वहीं, दोपहर 12 बजे गंगानगर थाने पर पंचायत होगी। सभी भाकियू कार्यकर्ता सभी थानों को घेर देंगे। कार्यकतार्ओं ने कहा कि पुलिस ने गेट बंद कर हमारा अपमान किया है। भाकियू कार्यकतार्ओं ने बताया कि उनकी राकेश टिकैत से वार्ता हो गई है।

 

 

सुबह हर गांव से एक ट्रॉली पहुंचने का किया था एलान

कार्यकतार्ओं ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि भाकियू कार्यकतार्ओं के लिए थाने का गेट ही बंद कर दिया गया हो। पुलिस ने कहा कि चार-पांच लोग अंदर आकर बात कर सकते हैं। लेकिन कार्यकर्ता अड़ गए कि जब तक सभी कार्यकर्ता अंदर नहीं पहुंचते तब तक कोई अंदर नहीं जाएगा और धरना जारी रहेगा। कार्यकतार्ओं ने एलान किया कि अगर यह मामला सुबह तक नहीं निपटाया गया तो जिले के हर गांव से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भरकर किसान व कार्यकर्ता धरनास्थल पर जुट जाएंगे।

 

मौके पर रागिनी, हुक्का और मूंगफली

थाने के बाहर धरना देकर बैठे कार्यकर्ता ने हुक्का सुलगा लिया। मूंगफली, चने भी लाए गए। इस दौरान बाहर तैनात पुलिस अधिकारियों को भी मूंगफली, चने खिलाए गए।
थाना प्रभारी ने यह आरोप लगाया

गंगानगर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह द्वारा दर्ज मुकदमा में कहा गया है कि भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी, हर्ष चहल, अमित कुंडू सहित आधा दर्जन कार्यकर्ता बुधवार शाम सीज बाइक को छुड़वाने के लिए थाने आए। जब बाइक छोड़ने से मना कर दिया तो वह थाना परिसर में धरने बैठ गए। उन्होंने अपने करीब तीन दर्जन कार्यकतार्ओं को ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ थाना परिसर में बुला लिए। सभी लोग थाना प्रभारी कार्यालय व हवालात के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने ट्रैक्टर मुख्य गेट पर लगा दिए। इससे सरकारी कार्य बाधित हुए।

 

ये है मामला

20 जनवरी की रात 9:30 बजे डिवाइडर रोड आईआईएमटी चौराहे पर पुलिस ने चेकिंग के दौरान छात्र विपुल की बाइक को रोक लिया था। किसी तरह के कागज न होने पर पुलिस ने बाइक का 27000 रुपये का चालान किया और सीज कर दी थी। बुधवार को भाकियू पदाधिकारी व कार्यकर्ता गंगानगर थाने पहुंचे और बाइक छोड़ने की बात कही थी। लेकिन पुलिस ने सीज होना बताया। जिसको लेकर भारतीय किसान यूनियन के दर्जनों कार्यकतार्ओं ने गंगानगर थाना परिसर में धरना दे दिया था। वह इंस्पेक्टर के कार्यालय में गद्दे बिछाकर लेट गए और हुक्का पीने लगे। सीओ सदर देहात के काफी समझाने के बाद कार्यकर्ता माने और बाइक को थाने से ले गए थे।

Related articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

4,000,000FansLike
100,000SubscribersSubscribe
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img

Latest posts