आईआईएमटी के स्कूल ऑफ फिल्म्स एंड टेलीविजन स्टडीज में विशेष व्याख्यान आयोजित।
शारदा न्यूज़, मेरठ। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फिल्मस एंड टेलीविजन स्टडीज में अहमदाबाद के क्षेत्रीय हिंदी संस्थान के निदेशक डॉ सुनील कुमार के विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। डॉ सुनील कुमार का परिचय कराते हुए डॉ विवेक सिंह ने बताया डॉ सुनील कुमार 100 से ज्यादा शोध आलेख और हजार से ज्यादा समाचार पत्रों में विचार लिखने के अलावा धारदार कवि, कटाक्ष व्यंग्यकार और शोध पत्रिका के संपादक भी रहे हैं। छात्रो को संबोधित करते हुए डॉ सुनील कुमार ने पत्रकारिता के इतिहास के झरोखे से आजादी के सारे संघर्ष को छात्रों के साथ साझा किया।
उन्होंने बताया कि बंग दूत से लेकर उद्दंड मार्तण्ड आदि सभी समाचार पत्रों के नाम बहुत सोच समझ कर लिखे जाते थे। इन्ही नामों से समाचार पत्र का उद्देश्य भी समझ आता था। उन्होंने बताया कि सिर्फ महान उपन्यास कार प्रेमचंद भी पत्रकारिता और संपादन में काफी सक्रिय रह चुके हैं।
महर्षि दयानंद सरस्वती और थियोसोफिकल सोसायटी का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया पत्रकारिता के त्याग की वजह से भारत में एक अलख जगाई जा सकी और आखिरकार हमें स्वतंत्रता दिवस को देखने का मौका मिल सका। एनी बेसेंट के वक्तव्य ‘भारत भारतीयों के लिए है’ का जिक्र करते हुए वर्तमान परिदृश्य में पत्रकारिता को समझाने का प्रयास किया।
पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष विशाल शर्मा ने स्मृति चिन्ह देकर डॉ सुनील कुमार का सम्मान किया। विशाल शर्मा ने कार्यक्रम को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का सफल संचालन वरिष्ठ शिक्षक संजीब कुमार मिश्र ने किया। डॉ अर्किन चावला, विभोर गौड़, सचिन गोस्वामी, ज्ञान प्रकाश, मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा और विभाग के छात्रों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।