मेरठ। छतरपुर पुलिस द्वारा सीसीएसयू के पास जनसूचना अधिकार को लेकर जांच के लिए प्री-पीएचडी कोर्स वर्क की दो मार्कशीट भेजी गई हैं। फर्जी डिग्री पर नौकरी लेकर पश्चिम बंगाल से भेजी गई एक मार्कशीट गौरंग विश्वास जबकि दूसरी अदिति बनजी की है। फर्जी मार्कशीट के अनुसार दोनों ने ही एजुकेशन में 2021 में प्री-पीएचडी कोर्स वर्क किया है। गोपनीय विभाग के अनुसार दोनों ही प्री-पीएचडी कोर्सवर्क की मार्कशीट जांच में फर्जी निकली हैं।
रजिस्ट्रार की मेल आईडी पर छतरपुर के डिप्टी एसपी ने दोनों की मार्कशीट और डिग्रियां भेजकर तत्काल जांच रिपोर्ट मांगी है। बताया जा रहा है प्राथमिक जांच में सुधा रानी और अरुणा कुमार के भेजे गए सभी शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी निकले हैं, जिसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जबकि विभाग की तरफ से दोनों डिग्रियों की प्राथमिक जांच कराई गई तो मामला संदिग्ध निकला और छतरपुर पुलिस को सूचित कर दिया गया।
विवि के अधिकारियों के मुताबिक एमएसडब्ल्यू की डिग्री के आधार पर सुधा रानी और अरुणा कुमार कई माह से सरकारी नौकरी कर रहे थे, तभी किसी ने दोनों की फर्जी डिग्री होने की सूचना विभाग को दी। विवि सूत्रों के अनुसार उड़ीसा सरकार ने द्वितीय ग्रेड की सरकारी नौकरियों की भर्ती निकाली थी, जिसमें महिला सुधा रानी और अरुणा कुमार ने सीसीएसयू के फर्जी एमएसडब्ल्यू की डिग्री के आधार पर नौकरी हासिल की थी। अब जांच में सरकारी नौकरी करने वाले दोनों व्यक्तियों की डिग्री फर्जी मिली है। इसकी रिपोर्ट बृहस्पतिवार यानी आज कुलसचिव कार्यालय द्वारा छतरपुर पुलिस को रिपोर्ट भेजी जाएगी।