शारदा न्यूज़, संवाददाता |
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित संस्कृत विभाग में ज्योतिष में गोचर का महत्त्व विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग के प्रतिष्ठित प्रोफेसर सुधाकराचार्य त्रिपाठी (प्रोफेसर एमेरिटस) के साथ साथ भारत ज्योतिष विद्यापीठ के प्रतिष्ठापक प्रमुख ज्योतिर्विद भारत ज्ञान भूषण एवं गोचर विशेषज्ञ बाल कृष्ण शर्मा जी एवं छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेन्द्र राणा का मार्ग दर्शन मिला।
इस अवसर पर केस स्टडी के रूप में पूर्व पंजीकृत व्यक्तियों की कुंडलियों का अध्ययन भी प्रमुख ज्योतिषियों द्वारा किया गया।
भारत ज्ञान भूषण जी ने गोचर दशा पर विस्तार से समझाया। बाल कृष्ण शर्मा जी ने लगन कुंडली एवं चन्द्र कुंडली के आधार पर गोचर का महत्त्व बताया। अनिल सोनी जी ने दशा, आभ्यंतर दशा एवं प्रत्यंतर दशा के आधार पर गोचर का महत्त्व बताया। समन्वयक प्रो वाचस्पति मिश्र ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर विभाग के शिक्षक डॉ राजबीर, डॉ संतोष कुमारी, डॉ नरेन्द्र कुमार, तुषार गोयल, डॉ ओमपाल, डॉ विजय बहादुर, ज्योतिषी धमेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र प्रसाद, जितेन्द्र शर्मा, मानसी मोहन, सुकुल प्रसाद, अशोक भारद्वाज, नमन भारद्वाज, आयुष गोयल, गरिमा मित्तल, साहिल तरीका, सुमित, बबलू एवं विभाग के सभी छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।