मेरठ। यूपी बोर्ड की वर्ष-2024 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा की तैयारियों को लेकर मंगलवार को डीएन इंटर कालेज में सभी केंद्र व्यवस्थापकों की बैठक हुई। इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) प्रथम राजेश कुमार ने केंद्र बनाए गए सभी विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरे से लेकर स्ट्रांग रूम तक की सभी सुविधाएं एक सप्ताह के अंदर पूरा कराने के निर्देश दिए।
वर्ष-2024 की यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 19 नए विद्यालयों समेत कुल 97 विद्यालयों को केंद्र बनाने का प्रस्ताव है, जबकि वर्ष 2023 में कुल 105 केंद्र बनाए गए थे। डीआइओएस ने केंद्र व्यवस्थापकों से कहा कि जिन विद्यालयों को केंद्र प्रस्तावित किया गया है, उनमें सीसीटीवी कैमरे, फर्नीचर, जनरेटर, बिजली एवं अलमारी तथा स्ट्रांग रूम आदि की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में राजकीय विद्यालयों के केंद्र व्यवस्थापकों ने अपनी समस्याएं रखीं। ललियाना की प्रधानाचार्या ने विद्यालय में बोर्ड परीक्षाओं के हिसाब से विभिन्न सुविधाएं न होने पर परीक्षा केंद्र न बनाने का अनुरोध बैठक में ही किया। राजकीय कन्या इंटर कालेज सैनी में भी सीसीटीवी कैमरे खराब होने, फर्नीचर व जनरेटर आदि न होने की बात कही गई।
डीआइओएस ने कहा कि पहले अपने स्तर से व्यवस्थाएं करें। यदि कोई परेशानी आती है तो उसका समाधान कराया जाएगा। जिन विद्यालयों में पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं अथवा जिनको परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, उनकी पूरी रिपोर्ट जनपद स्तरीय समिति के समक्ष रखी जाएगी। परीक्षा समिति उस पर निर्णय लेगी।
बैठक का संचालन डीएन कालेज के प्रधानाचार्य सुशील कुमार सिंह ने किया। डीआइओएस द्वितीय सर्वेश कुमार ने मानकों से अवगत कराया। प्रधानाचार्य उपेंद्र सिंह, डा. नारायण शरण, अरुण कुमार गर्ग, डा. मृदुला शर्मा, डा. नीरा तोमर व आरके सिंह समेत 92 केंद्रों के प्रधानाचार्य उपस्थित हुए।
80 से अधिक आपत्तियां
यूपी बोर्ड के कई विद्यालयों को परीक्षा केंद्र न बनाने एवं दूर-दराज के विद्यालय में परीक्षार्थी आवंटित करने को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में 80 से अधिक आपत्तियां आई हैं। डीआइओएस राजेश कुमार का कहना है कि सभी आपत्तियों का जांच कर समाधान किया जाएगा। एक दिसंबर से विभाग की कई टीमें इस कार्य में जुटेंगी।