शारदा रिपोर्टर मेरठ। नगर निगम शहर के 70 फीसदी नालों की सफाई का दावा कर रहा है। 16 अप्रैल से अब तक निगम की टीम दो करोड़ रुपये का डीजल और पेट्रोल फूंक चुकी है। एक करोड़ का बजट अभी बाकी है।
नगर निगम के अधिकारी बरसात से पहले सभी नालों की सफाई करने की बात कह रहे हैं। लेकिन हकीकत में अभी शहर के अधिकांश नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। शहरवासी बरसात के मौसम में फिर से जलभराव की समस्या झेलने के लिए तैयार हो जाएं।
नगर निगम की ओर से शहर में रात के समय नाला सफाई कराई जा रही है। महापौर हरिकांत अहलूवालिया 10 दिन से लगातार मौके पर जाकर मुआयना कर रहे हैं।
दो-तीन जेसीबी, चार-पांच ट्रैक्टर-ट्राली व 10 सफाई कर्मचारी नाला साफ करते दिखाई भी देते हैं। जबकि, शहर के कई नाले गंदगी से अटे हैं। आधे शहर में अभी निगम की टीम नहीं पहुंची है। निगम के अधिकारियों का दावा है कि शहर के 70 फीसदी नालों की सफाई हो चुकी है। बरसात में सड़क पर पानी नहीं भरेगा।
शहर में छोटे-बड़े 309 नाले:
महानगर में छोटे-बड़े 309 नाले हैं। ओडियन नाला,
सूरजकुंड, कसेरूखेड़ा, आबू नाला, थापरनगर, काजीपुर गुर्जर चौक, शताब्दीनगर, रुड़की रोड सहित 14 नाले बड़े हैं।
स्थानीय लोग लगातार शिकायत कर रहे हैं कि नालों की सफाई का अभियान तेज चलाया जाए, ताकि बरसात से पहले सब नाले साफ हो जाएं।
तीन डिपो से आता निगम की गाड़ियों में तेल
निगम की गाड़ियों में तीन डिपो सूरजकुंड, दिल्ली रोड और कंकरखेड़ा डिपो से डीजल-पेट्रोल आता है। तीनों डिपो से करीब दो करोड़ का तेल निगम की गाड़ियों में फुंक गया है। एक करोड़ का बजट अभी बाकी है, जिसको बरसात से पहले निगम की
गाड़ियों पर खर्च करना है। नाला सफाई का निगम ने तीन करोड़ का बजट बनाया था।
बरसात से पहले शहर के 309 नालों की सफाई के लिए अभियान चल रहा है। तीनों डिपो से वाहनों का तेल आता है। अबकी बार बरसात में शहर की सड़कों पर पानी न भरे, इसको लेकर सभी नालों की सफाई कराई जा रही है। – डॉ. हरपाल सिंह, प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम