पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामला: बाबा रामदेव को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने हलफनामा स्वीकार करने से किया इनकार

Share post:

Date:


नई दिल्ली: पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन मामले में वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने सुप्रीम कोर्ट की पीठ के समक्ष योग गुरु बाबा रामदेव का हलफनामा पढ़ा, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह विज्ञापन के मुद्दे पर बिना शर्त माफी मांगते हैं।

दवाओं के भ्रामक विज्ञापन मामले में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के खिलाफ अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान दोनों ने बिना शर्त माफी मांग ली। हालांकि, अदालत ने बाबा रामदेव की ओर से दिए गए हलफनामे को स्वीकर करने से इनकार कर दिया। सुनवाई के दौरान जस्टिस हिमा कोहली ने कहा, “हलफनामा हमारे सामने आने से पहले मीडिया में प्रकाशित हो गया। इसे प्रचार के लिए दाखिल किया गया या हमारे लिए?”

रामदेव और बालकृष्ण के वकील मुकुल रोहतगी ने अदालत में कहा, “हमने 6 अप्रैल को ही हलफनामा दाखिल कर दिया था। रजिस्ट्री ने शायद इसे जजों के सामने नहीं रखा।” इसके बाद रोहतगी ने हलफनामे का अंश पढ़कर सुनाया जिसमें बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की ओर से माफी मांगी गई है। जज ने दाखिल हलफनामे पर एतराज जताया। इसमें रामदेव ने देश से बाहर जाने के अपने एक कार्यक्रम की जानकारी दी है। जजों ने इसे देखकर कहा कि इस तरह से सारी प्रक्रिया को हल्के में लिया गया है।

 

जस्टिस अमानुल्लाह ने सुनवाई के दौरान कहा, “कोर्ट से झूठ बोला गया। इसके बाद जस्टिस हिमा कोहली ने कहा कि हम इस हलफनामे को स्वीकार करने से मना करते हैं। वहीं रोहतगी ने सुनवाई टालने का अनुरोध किया ताकि यह देखा जा सके कि रामदेव और बालकृष्ण को और क्या लिख कर देने की जरूरत है। इस पर जस्टिस कोहली ने कहा कि हम कितनी बार समय दें? मामला सुप्रीम कोर्ट में आने से पहले उत्तराखंड सरकार ने जब आपको विज्ञापन रोकने को कहा था तो आपने उनसे भी कहा था कि कानूनन आपके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। क्या आपको कानून नहीं पता था?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Popular

More like this
Related

नहीं रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, 92 साल की उम्र में दिल्ली एम्स में ली आखिरी सांस

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन, दिल्ली एम्स...

अशोका एकेडमी में आयोजित हुआ संगम-संस्कारों का

शारदा रिपोर्टर मेरठ। अशोका एकेडमी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का...

सेंट्रल मार्केट मामला: व्यापारियों में बेचैनी, अफसर भी परेशान

- अवैध निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले...