Monday, April 21, 2025
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Nagpur Violence Update: नागपुर में हिंसा के बाद 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू, हिरासत में 40 लोग, भारी पुलिस बल तैनात

  • नागपुर में बवाल! पत्थरबाजी, तोड़फोड़,
  • हिंसा के बाद 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा
  • हिंसाग्रस्त इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया
  • औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर शुरू हुआ था बवाल !

Nagpur Violence Update: महाराष्ट्र के नागपुर में हिंसा के बाद 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है, हिंसाग्रस्त इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बताया गया ये पूरा बवाल औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर शुरू हुआ था। महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर बवाल के बाद नागपुर के महाल इलाके में सोमवार की शाम को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।

 

 

इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। पत्थरबाजी में डीसीपी समेत कई पुलिस वाले घायल भी हो गए। प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए हिंसाग्रस्त इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस मामले में पुलिस ने 40 उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। यहां जानिए नागपुर में हिंसा के बड़े अपडेट-

1- अधिकारियों ने बताया कि मध्य नागपुर के चिटनिस पार्क क्षेत्र में सोमवार शाम करीब 7.30 बजे हिंसा भड़क गई, पुलिस पर पथराव किया गया। पीटीआई के मुताबिक, यह अफवाह फैली कि औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए वीएचपी-बजरंग दल द्वारा किए जा रहे आंदोलन के दौरान मुस्लिम समुदाय की पवित्र पुस्तक को जला दिया गया। हालांकि, बजरंग दल ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों ने औरंगजेब का पुतला जलाया था। इस हिंसा में छह लोग और डीसीपी समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए. डीसीपी निकेतन पर कुल्हाड़ी से हमला हुआ था।

2- सोमवार रात करीब 10.30 बजे से 11:30 बजे के बीच ओल्ड भंडारा रोड के पास हंसपुरी इलाके में एक और झड़प हुई। अनियंत्रित भीड़ ने कई गाड़ियों को जला दिया और इलाके में घरों और एक क्लीनिक में तोड़फोड़ की। हंसपुरी के रहने वाले शरद गुप्ता (50) ने बताया कि भीड़ 10.30 से 11.30 बजे के बीच आई और पत्थरबाजी के बाद गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस एक घंटे बाद पहुंची, गुस्साए लोगों ने भीड़ के खिलाफ तत्काल पुलिस कार्रवाई की मांग की।

3- हिंसा को रोकने और आरोपियों की तलाश के लिए नागपुर ग्रामीण पुलिस को भी बुलाया गया है। साइबर पुलिस अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए काम कर रही है। वायरल वीडियो और सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस ने 40 से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया है।

4- सीएम देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, ‘नागपुर के महाल इलाके में जिस तरह से स्थिति तनावपूर्ण हुई, वो बेहद निंदनीय है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की यह गलत है। मैं स्थिति पर नजर रख रहा हूं। मैंने पुलिस कमिश्नर से कहा है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है, वे उठाए जाएं। अगर कोई दंगा करता है, पुलिस पर पत्थरबाजी करता है या समाज में तनाव पैदा करता है तो ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि नागपुर की शांति भंग न हो, इस बात का ध्यान रखें। अगर कोई तनाव पैदा करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’

5- केंद्रीय मंत्री और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी ने कहा, ‘कुछ अफवाहों के कारण नागपुर में धार्मिक तनाव की स्थिति पैदा हुई है। नागपुर शहर का इतिहास ऐसे मामलों में शांति बनाए रखने का रहा है। मैं अपने सभी भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें। सड़कों पर न निकलें। कानून-व्यवस्था में सहयोग करें। शांति और सद्भाव की परंपरा को बनाए रखें जिसके लिए नागपुर जाना जाता है। मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि सरकार उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने गलती की है या अवैध गतिविधियों में शामिल हैं। मुख्यमंत्री को पहले ही इस स्थिति के बारे में सूचित किया जा चुका है, इसलिए मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कृपया पुलिस प्रशासन का सहयोग करें, प्रेम बढ़ाएं और शहर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें।’

6- महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि नागपुर हिंसा के आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के समर्थक हमारे दुश्मन हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिंदे ने आरोप लगाया कि ये सब पूरी प्लानिंग के तहत किया गया है।

 

 

7- महाराष्ट्र के मंत्री और राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले कहते हैं, ‘पहली प्राथमिकता समाज में शांति बहाल करना और अफवाहों से दूर रखना है। जांच के बाद पता चलेगा कि अशांति क्यों हुई, लेकिन नागपुर के लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और पुलिस प्रशासन का साथ देना चाहिए। पुलिस शांति बनाए रखने की कोशिश कर रही है। हम सभी ने सभी से शांति बनाए रखने और नागपुर शहर की प्रतिष्ठा को बनाए रखने का आग्रह किया है। मैं महाराष्ट्र के सभी राजनीतिक दलों और राजनेताओं से आग्रह करता हूं कि वे एक साथ आएं और समाज को शांतिपूर्ण बनाने का प्रयास करें और लोगों को समझाएं कि दंगाइयों की पहचान पुलिस करेगी, लेकिन इस घटना को राजनीतिक रूप न दें।’

8- महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। नागपुर जैसे शहर में ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘रामनवमी के दौरान यहां मुस्लिम लोग हिंदुओं का स्वागत करने के लिए टेंट लगाते हैं। यहां एक दरगाह है जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सभी धर्मों के लोग आते हैं, जो लोग इस हिंसा में शामिल हैं वे यहां (नागपुर) के लोग नहीं हैं। कुछ असामाजिक तत्व बाहर से आए और उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।’

9- महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ हर्षवर्धन सपकाल ने नागपुर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, ‘मेरी नागपुर के लोगों से अपील है कि वो अफवाहों पर भरोसा न करें। शांति बनाए रखें। नागपुर में सभी धर्मों के लोग बहुत खुशी और आनंद के साथ रहते हैं। यह गृह विभाग की विफलता है कि इस शहर में इतना तनाव, पत्थरबाजी और आगजनी हुई और पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। पिछले कुछ दिनों से राज्य के कैबिनेट मंत्री भड़काऊ बयान देकर सामाजिक पीड़ा पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। नागपुर में उनकी कोशिशें सफल होती दिख रही हैं। राज्य के सामने महंगाई, बेरोजगारी, कृषि, कर्जमाफी के अधूरे वादे जैसे कई मुद्दे हैं, लेकिन बीजेपी इस बात से ध्यान हटाने के लिए भड़काऊ बयान दे रही है। नागपुर सामाजिक सद्भाव का शहर है। नागपुर में कभी दंगा नहीं हुआ। रामनवमी के दौरान हिंदू-मुस्लिम मिलकर रथ खींचते हैं. ताजुद्दीन बाबा की दरगाह में मुसलमानों से ज्यादा हिंदू दिखते हैं।’

10- नागपुर के पुलिस कमिश्नर डॉ. रविंदर सिंघल ने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा, ‘एक तस्वीर जलाई गई थी जिसके बाद लोग जमा हुए और उनके निवेदन पर हमने कार्रवाई की। लोगों का प्रतिनिधिमंडल मुझसे मिलने मेरे ऑफिस भी आया था। हमने FIR दर्ज की है। घटना करीब 8:30 बजे की है, 2 वाहन जलाए गए और पत्थरबाजी की घटना सामने आई। कमिश्नर ने कहा कि पुलिस इसमें शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए तलाशी अभियान चला रही है।’ उन्होंने कहा कि पूरे इलाके में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (पूर्व में 144) लागू कर दी गई है और सभी से कहा गया है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें और कानून को अपने हाथ में न लें। अफवाहों पर विश्वास न करें। उन्होंने बताया कि नागपुर शहर के कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है. यह कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा।

 

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