शारदा रिपोर्टर,मेरठ– सोमवार को जनपद में बड़ा बवाल होते-होते बच गया। यति नरसिंहानंद की पैगंबर पर की गई विवादित टिप्पणी के विरोध में मुस्लिम समाज के लोग प्रदर्शन पर उतर आए और जमकर नारेबाजी करते हुए नरसिंहानंद पर कार्रवाई की मांग की।
जब भीड़ को पुलिस ने रोका तो भीड़ में से किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया। हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ।
इस जुलूस की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जुलूस निकालने वालों को रोकने लगी। जिस पर किसी ने भीड़ में से पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती दिखाने की चेतावनी दी तो गांव के कुछ बुजुर्ग लोगों ने बीच बचाव कर जुलूस समाप्त कराया। हालांकि यह जुलूस एक तयशुदा सभी स्थल तक पहुंच गया था। जहां पर नारेबाजी के बीच कहा गया कि यदि यति नरसिंहानंद को सख्त सजा नहीं हुई तो मुस्लिम समाज अपना आक्रोश दिखाएगा।
पूर्व नियोजित था जुलूस
यह जुलूस जिस तरीके से आयोजित हुआ, वह पूर्व नियोजित था। क्योंकि बच्चों को जुलूस में आगे रखा गया था। जबकि पीछे युवाओं की भीड़ हथियार लेकर थी। अहम बात ये है कि मुंडाली मुस्लिम बहुल गांव है। यदि यहां पर मिश्रित आबादी होती, तो बड़ा मामला बन सकता था।
पथराव की करा रहे हैं जांच
एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने इस मामले पर कहा कि अन्य जगहों की तरह मुंडाली में भी जुलूस निकाला जा रहा था। एक तरह से माहौल खराब करने का प्रयास था। जुलूस से पथराव हुआ या नहीं इसकी जांच कराई जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
सूत्रों के अनुसार मुंडाली में एक मदरसे के बच्चों को किसी ने उकसा कर हाथों में तिरंगा देते हुए यति नरसिंहानंद के खिलाफ जुलूस निकालने को कहा। जिस पर बड़ी संख्या में बच्चे तिरंगा लेकर जुलूस के रूप में गांव में घूमने लगे। इस बीच इसमें बड़ी संख्या में युवा और अन्य लोग भी तलवार आदि धारदार हथियार लेकर शामिल हो गए और संख्या कई हजार पहुंच गई।