- आवारा पशु लगातार कर रहे हैं खेतों में नुकसान, किसान हैं परेशान।
शारदा रिपोर्टर हस्तिनापुर। सरकार भले ही गौशालाओं के निर्माण का दावा कर आवारा पशुओं से लोगों को निजात दिलाने का दावा कर रही हो, लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। गौशाला होने के बाद भी आवारा पशु खेतों में पहुंचकर नुकसान कर रहे हैं। जिससे किसान परेशान हैं।
आवारा पशु लगातार किसानों की खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। किसानों की मानें तो किसान अपनी फसल पर ही निर्भर रहते हैं। करने को तो सरकार ने काफी गौशाला खुलवा रखी हैं, लेकिन गोवंश गौशाला में न रहकर किसानों के खेतों में रह रहे हैं और उनकी फसल को बर्बाद कर रहे हैं। हाल ये है कि हस्तिनापुर क्षेत्र में अब किसान दिन और रात अपने खेतों में इन आवारा पशुओं को रोकने के लिए पहरा दे रहे हैं।
नगर पंचायत भी है उदासीन: आवारा पशुओं को पकड़कर गोशाला या जंगल में छोड़ने की ड्यूटी नगर पंचायत की है। लेकिन नगर पंचायत की लापरवाही से शहर में आवारा जानवर दिन भर घूमते रहते हैं, जो लोगों की जान का सबक बने हुए हैं।
सोया हुआ है सरकारी तंत्र
कस्बे में कुछ लोगों ने गाय पाल रखी हैं, लेकिन अधिकांश लोग दूध निकालने के बाद गायों को डंडा मारकर सड़क पर इधर-उधर चारे के लिए मुंह मारने को छोड़ देते हैं। सड़क और सार्वजनिक स्थलों पर मंडराते आवारा पशु लोगों की जान के लिए खतरा बन गए हैं। इसी प्रकार गली मोहल्लों में भी आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है। आवारा पशु झुंड में रहते हैं जो किसी पर अटैक करें तो बचना मुश्किल है। लोगों का कहना है कि कस्बे में बढ़ते आवारा पशु लोगों की जान के लिए बड़ा खतरा है।