- भवन कर, गोवंश की मौत, जलभराव, गंदगी समेत उठाए कई मुद्दे, दिया ज्ञापन।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर शनिवार को महानगर कांग्रेस कमेटी के सैंकड़ों कार्यकतार्ओं ने मेरठ नगर निगम का घेराव किया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए।
धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों ने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों पर तानाशाही रवैया का आरोप लगाते हुए जनता पर किए जा रहे उत्पीड़न को बंद करने की मांग की। इतना ही नहीं धरना प्रदर्शन के दौरान महिला कांग्रेस कार्यकत्रियों ने नगर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को चूड़ियां पहनने और सूट सलवार तक पहनने की बात कह डाली। इस दौरान घंटों हंगामा होता रहा और नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी चुपचाप हंगामा कर रहे कांग्रेसियों की बात सुनते रहे।
इस दौरान महानगर अध्यक्ष रंजन शर्मा ने बताया कि, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे जीआईएस सर्वे को मान्यता देकर नगर निगम ने नए सत्र से नया गृहकर लागू कर दिया है। जबकि, हाल यह है कि 287 रुपये सालाना बिल की जगह 1.55 लाख रुपये का नया गृहकर लगाया गया है। ऐसे ही अनाप-शनाप गृहकर के चार दिन में 5500 बिल वितरित कर दिए गए हैं। इससे भवन स्वामियों में नाराजगी है। बिना भौतिक सत्यापन के नए गृहकर बिल वितरित होने पर शुक्रवार को पार्षदों ने हंगामा किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि शहरवासियों को लुटने नहीं देंगे। नए गृहकर में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है।
वहीं, पूर्व जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने बताया कि, कान्हा गौशाला में गोहत्या की जा रही है। जबकि, करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद कान्हा उपवन गौशाला में लगातार गौवंश मर रहे हैं। लेकिन इस तरफ किसी भी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया। जो यह दशार्ता है कि, नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी अपने काम में कितने लापरवाह है। धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों ने साफ कहा कि, जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाएगा तब तक वह नगर निगम के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।