शारदा रिपोर्टर मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में बेसिक सांख्यिकी और सामाजिक शोध में कंप्यूटर अनुप्रयोग विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ।
उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने सामाजिक शोध में सांख्यिकी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए तकनीकों के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने अपने शोध अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्नत सांख्यिकीय उपकरण अनुसंधान की प्रामाणिकता और निष्कर्षों की विश्वसनीयता को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
इस अवसर पर समाजशास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. डी. एन. भट्ट ने मंच संचालन किया और प्रतिभागियों को शोध में सांख्यिकीय उपकरणों के महत्व से अवगत कराया।
इन विशेषज्ञों ने शोधार्थियों को अन्य सांख्यिकीय सॉफ्टवेयरों के उपयोग, गुणात्मक एवं मात्रात्मक अनुसंधान पद्धतियों, डेटा प्रबंधन, ग्राफ निर्माण और रिपोर्ट लेखन की व्यावहारिक समझ विकसित करने पर विस्तृत जानकारी दी। समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. आलोक कुमार ने कार्यशाला के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि सामाजिक शोध में सांख्यिकी और कंप्यूटर अनुप्रयोगों का समावेश अनुसंधान को अधिक सटीक और वैज्ञानिक बनाता है।
कार्यशाला के आगामी सत्रों में डेटा विश्लेषण, कंप्यूटर अनुप्रयोग और सांख्यिकीय उपकरणों की विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर, रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. बीरपाल सिंह सहित समाजशास्त्र विभाग के अन्य शिक्षक डॉ. वाई. पी. सिंह, डॉ. अरविंद सिरोही, डॉ. दीपेंद्र, डॉ. नेहा गर्ग भी उपस्थित रहे। शोधार्थियों में सबा, आकाश राठी, अंशुल शर्मा, गरिमा राठी, कपिल कुमार, रोहित कुमार, सौरभ, अभिजीत, पूजा आदि ने भी उत्साहपूर्वक सहभागिता की।