- कैलाश प्रकाश स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त सिंथेटिक ट्रेक का हो रहा निर्माण।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। कैलाश प्रकाश स्टेडियम से प्रशिक्षण हासिल करने वाले खिलाड़ियों ने जो वर्षों पहले सिंथेटिक ट्रैक का सपना देखा था। वह सपना अब धरातल पर पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। प्रदेश शासन के दिशा-निर्देश के अनुसार कैलाश प्रकाश स्टेडियम परिसर में सिंथेटिक ट्रैक बनाने के निर्माण कार्य को लेकर तेजी से कार्य किया जा रहा है।
क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी डॉ. अतुल सिन्हा ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देश के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय मानको के अनुरूप सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। संबंधित कार्यदायी संस्था द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 2025 अंत तक ट्रैक से संबंधित संपूर्ण कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद मेरठ ही नहीं बल्कि वेस्ट यूपी से ताल्लुक रखने वाले सभी युवा खिलाड़ी यहां प्रैक्टिस कर पाएंगे। उन्हें दिल्ली जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इस ट्रैक पर हर तरह के अंतरराष्ट्रीय सुविधा खिलाड़ियों को मिलेगी। इसके बाद मेडल की श्रृंखला में भी मेरठ विश्व में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आएगा।
डॉ अतुल सिन्हा ने बताया कि आठ करोड़ से अधिक लागत से तैयार होने वाला 400 मी सिंथेटिक ट्रैक आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसके अलावा शॉट पुट, हाई जंप, डिस्कस थ्रो, भाला फेंक, लांग जंप सहित अन्य प्रकार की ट्रेक भी साथ ही तैयार होंगे। ताकि सभी युवा यहां प्रैक्टिस कर खेल के क्षेत्र में अपना प्रथम लहर सके।
अर्जुन अवार्ड से सम्मानित अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी अलका तोमर ने सिंथेटिक ट्रैक निर्माण कार्य को लेकर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आने वाले समय में खेल के क्षेत्र में मेरठ के खिलाड़ी और बेहतर परफॉर्म करते हुए नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि जब भी नेशनल प्रतियोगिता का आयोजन कैलाश प्रकाश स्टेडियम में होता था, उन्हें भी यहां सिंथेटिक ट्रैक की कमी महसूस होती थी।
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से यहां से अर्जुन अवार्डी पारुल चौधरी, अर्जुन अवार्डी अनु रानी, अर्जुन अवार्डी प्रीति पाल एंव प्रियंका गोस्वामी सहित अन्य खिलाड़ी बेहतर परफॉर्म कर देश का नाम विश्व में रोशन कर रहे है। ऐसे में आने वाले समय में मेरठ से और भी ऐसे ही खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में परफॉर्म करते हुए नजर आएंगे। क्योकि वह दिल्ली आने जाने में उनका समय अधिक लगता है। उस समय का बेहतर उपयोग करते हुए यही प्रशिक्षण कर सकेंगे।
बताते चलें कि मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में मेरठ ही नहीं सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, सहित अन्य जनपद के खिलाड़ी भी प्रशिक्षण हासिल करते हुए नजर आते हैं। उन्हें भी बेहतर सुविधाएं सिंथेटिक ट्रैक के माध्यम से मिल पाएंगी।