- चौड़ीकरण में आने वाली दुकानों के मुआवजे पर डीएम लेंगे 17 को फैसला।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। दिल्ली रोड पर भूमिगत हो रहे रैपिड रेल कारीडोर के दोनों ओर जगदीश मंडप से ट्रांसपोर्ट नगर तक सड़क संकरी हो गई है। उसके चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लंबे समय से लंबित है। कारण पीडब्ल्यूडी अफसरों द्वारा उक्त जमीन पर अपना दावा करना है। इसी कारण जमीन का मुआवजा तय नहीं हो पा रहा है।
इसके समाधान के लिए 17 मार्च को जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन, एनसीआरटीसी तथा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी साथ बैठकर निर्णय लेंगे। जाम के समाधान के लिए जगदीश मंडप से ट्रांसपोर्टनगर तक एक किमी की दूरी में दोनों ओर की सड़क को तीन मीटर तक चौड़ा करने की तैयारी है। इसके लिए दोनों ओर भूमि अधिग्रहण करके नाले को शिफ्ट किया जाएगा। दोनों ओर लगभग 62 दुकानों व अन्य भूखंडों की जमीन लेने की तैयारी है। इनमें छह दुकानें तो पूर्ण रूप से अधिग्रहण में शामिल हैं।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई तो लोक निर्माण विभाग ने दावा किया कि दोनों ओर नाले के पीछे भी सड़क की भूमि है। इस दावे ने अधिग्रहण प्रक्रिया की गति को रोक दिया। एनसीआरटीसी ने भी जमीन की जांच की मांग की। इस बीच अधिग्रहण के लिए प्रत्येक दुकान और भूखंड से ली जाने वाली भूमि का संयुक्त सर्वे (जेएमएस) करा लिया गया।
हाल ही में जिला प्रशासन ने एनसीआरटीसी, पीडब्ल्यूडी, तहसील समेत सभी विभागों की बैठक बुलाई थी। जिसमें दिशा निर्देश दिए गए थे। अब होली के बाद सोमवार 17 मार्च को सभी विभागों के अधिकारी एक साथ बैठकर मीटिंग करेंगे। उसी में यह निर्धारित किया जाएगा कि सड़क चौड़ीकरण में जाने वाली जमीन का मालिक कौन है। उसका मुआवजा किसे मिलेगा।
रैपिड रेल कारीडोर का काम सड़क पर अब लगभग पूरा हो गया है। लिहाजा एनसीआरटीसी को जल्द से जल्द परतापुर से मोदीपुरम तक सड़क ठीक करके देनी है। दिल्ली चुंगी से जगदीश मंडप तक सड़क के निर्माण का काम जारी है। इससे आगे के चौड़ीकरण का भी दबाव है।
एनसीआरटीसी को जल्द से जल्द शहर की सड़क को ठीक करके वापस देना है। इसके लिए बार बार समीक्षा की जा रही है। चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहण का कार्य त्वरित गति से पूरा करने का निर्देश दिया गया है। डा. विजय कुमार सिंह, जिलाधिकारी