स्क्रिप्ट राइटर पांच दिन बाद घर लौटा

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– दूसरे संप्रदाय की युवती के प्यार में डिप्रेशन के चलते 11 फरवरी को छोड़ा था घर


शारदा रिपोर्टर

मेरठ। लापता स्क्रिप्ट राइटर नदीम पांच दिन बाद 16 फरवरी को घर लौट आया। सरधना के पास से एक ढाबे अपने पिता जी को किसी के मोबाइल से फोन किया। इसके बाद परिजन वहां पहुंचे और उसे घर ले आए। नदीम ने कहा- वह डिप्रेशन में है, उसे और उसे कुछ याद नहीं है।
दरअसल, 11 फरवरी को नदीम ने अपने पापा को फोन कर कहा- मैं गंग नहर के पास खड़ा हूं, पापा… अब मैं जिंदगी से हार चुका हूं, इसलिए जा रहा हूं, अब आपसे कभी नहीं मिलूंगा। यहां मेरी कार, मोबाइल, पर्स है। आकर ले जाना। इतना कहकर नदीम ने फोन काट दिया था। परिजनों ने कहा कि वह हिंदू युवती कल्पना (बदला हुआ नाम) से प्यार करता है। उसके लिए ही घर से फरार हुआ है। नदीम ने सुसाइड नहीं किया है।

नदीम ने कहा कि मैं घर से नहर में कूदकर सुसाइड करने के लिए निकला था। नहर पर पहुंचने के बाद क्या हुआ मुझे कुछ याद नहीं है। मैं पांच दिन कहां रहा, क्या किया, कहां गया मुझे कुछ याद नहीं है। बस इतना याद है कि मैं 16 फरवरी की सुबह गंगनहर में ढाबे के पास पहुंचा था। वहां सुबह 9 बजे पहुंचकर अपने पिता को एक आदमी के फोन से कॉल किया। कहा- पापा मुझे ले जाओ, मैं यहां ढाबे पर हूं और अपनी लोकेशन घरवालों को बताई।

नदीम ने बताया कि जब मैं घर से निकला था तब मैंने एपल की स्मार्ट वॉच, एडिडास के जूते, सोने की चेन, जारा की जैकेट पहनी थी, लेकिन जब मैं लौटा तो नंगे पांव था। मेरा सारा महंगा सामान गायब था। वो सामान कहां है, चोरी हुआ या गुम हुआ मुझे कुछ नहीं पता।

ढाबे के पास पहुंचकर मैंने एक व्यक्ति से कहा कि मैं नदीम हूं, स्क्रिप्ट राइटर हूं, गाने लिखता हूं। गूगल पर भी हूं, मेरा फोन खो गया है मुझे अपने मोबाइल से पापा से बात करा दो। तब उस आदमी ने मेरी घर में बात कराई। इसके बाद घरवाले आकर मुझे ले गए। मेरी हालत उस दिन भिखारी जैसी हो रही थी। ये कैसे, हुई कुछ याद नहीं। मुझे कुछ याद नहीं है।

ये है पूरा मामला

लाला मोहम्मदपुर में रहने वाले नूर इस्लाम के पास 11 फरवरी की दोपहर में उनके बेटे नदीम की कॉल आई। उसने कहा- मैं गंग नहर के पास खड़ा हूं, पापा… अब मैं जिंदगी से हार चुका हूं, इसलिए जा रहा हूं, अब आपसे कभी नहीं मिलूंगा। यहां मेरी कार, मोबाइल, पर्स है। आकर ले जाना। इतना कहकर नदीम ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।

जब परिवार के लोग गंगनहर के पूठखास पुल के पास पहुंचे। तब वहां पर नदीम की होंडा सिटी कार खड़ी मिली। आस-पास नदीम को तलाशा गया, उसका सामान तो मिल गया, मगर नदीम का कुछ पता नहीं चला। परिवार ने पुलिस से मदद मांगी। रोहटा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने नहर में 10 केएम दूर तक 3 दिन सर्च आॅपरेशन चलाया। मगर नदीम की बॉडी नहीं मिली।

नहर की तरफ आने वाले रास्तों के सीसीटीवी देखे गए। मगर नदीम का कुछ पता नहीं चला। सिर्फ उसकी कार मंगलवार सुबह नहर की तरफ जाती हुई दिखी। इसके बाद कोई संदिग्ध व्यक्ति या गाड़ी पुलिस को नजर नहीं आई। जबकि नदीम की बॉडी नहर में नहीं मिली, माना जा रहा है कि वह नहर में कूदा नहीं, बल्कि कहीं चला गया। क्योंकि सीसीटीवी सिर्फ रोड पर लगे हैं, जबकि वहां से जाने के कई कच्चे रास्ते हैं।

नदीम के कमरे में पूजा की अलमारी

नदीम के कमरे में एक अलमारी में दुर्गा मां की प्रतिमा, साई बाबा की तस्वीर लगी थी। पास में दीपक रखे थे। भाई शाहदार आलम ने बताया कि नदीम गले में रुद्राक्ष की माला पहनने लगा था। पूजा करता था, ध्यान लगाता था। नमाज बंद कर दी थी। वह धीरे-धीरे इस्लाम से हिंदू धर्म की तरफ बढ़ने लगा था।

कल्पना के चक्कर में नदीम चला गया

नदीम के भाई शाहदार ने बताया कि कल्पना की वजह से नदीम घर से भागा था। वह कल्पना से प्यार करता है। उसी के चक्कर में वो कहीं चला गया। दोनों का अफेयर चल रहा था। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते हैं। इस मोहब्बत के बारे में जब दोनों परिवारों को पता चला। तब परिवार के लोगों ने दोनों को समझाया, मगर ये लोग नहीं माने।

दरअसल, नदीम के पिता गांव में दवाओं का व्यवसाय करते हैं। कल्पना के पिता भी गांव में डॉक्टर हैं। कुछ दिन पहले नदीम के मम्मी-पापा कल्पना के घर रिश्ता लेकर गए थे। मगर लड़की के घरवालों ने दूसरे धर्म में शादी करने से मना कर दिया। ये अलग बात है कि नदीम से शादी करने के लिए लड़की तैयार थी। कल्पना के घरवालों ने नदीम के परिजनों को खाली हाथ लौटा दिया। तभी से नदीम परेशान था।

पिता शाहदार आलम ने बताया कि बेटा तो हिंदू धर्म को स्वीकार करने को भी तैयार था। नदीम अक्सर दुर्गा माता और हिंदू देवी-देवता की पूजा करता है। उसके कमरे में देवी-देवताओं की मूर्तियां भी रखी रहती हैं। उसके सामने दीपक जलाता था।

वैलेंटाइन डे पर करनी थी शादी

परिवार वालों ने बताया कि नदीम और उसकी गर्लफ्रेंड की 14 फरवरी वैलेंटाइन डे के दिन हिंदू रीति रिवाज से मंदिर में शादी करने की प्लानिंग थी। नदीम धर्म परिवर्तन के लिए भी तैयार था। इसलिए शायद नदीम घर से भाग गया है और नहर में कूदकर सुसाइड का नाटक कर रहा है।

बड़ा लेखक बनना चाहता था नदीम

नदीम के मौसी के लड़के मोहम्मद शाहिद ने बताया कि नदीम स्क्रिप्ट राइटर है। उसका सपना उपन्यासकार और फिल्मों में लेखक बनना है। सुभारती यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म की पढ़ाई की, अपना यूट्यूब चैनल भी चलाता है। आॅनलाइन शायरियां भी लिखता है।

 

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