– आईआईएमटी में नमाज पढ़ने का मामला, हनुमान चालीसा का पाठ करने का किया था ऐलान
शारदा रिपोर्टर मेरठ। आईआईएमटी यूनिवर्सिटी में नमाज पढ़ने का विवाद बढ़ गया है। हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही को पुलिस ने होली के दिन उनके घर में नजरबंद कर दिया। सिरोही ने यूनिवर्सिटी परिसर में हनुमान चालीसा पाठ की घोषणा की थी। यह घोषणा उन्होंने नमाज पढ़ने वाले छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने के विरोध में की थी।
गंगानगर थाना क्षेत्र की इस घटना में बृहस्पतिवार को सिरोही अपने कार्यकतार्ओं के साथ थाने पहुंचे थे। उन्होंने नमाज पढ़ने वाले छात्रों पर कार्रवाई की मांग की थी। सिविल लाइन पुलिस शुक्रवार को साकेत स्थित मानसरोवर कॉलोनी में सिरोही के घर पहुंची। पुलिस ने उन्हें किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन से रोकने के लिए नजरबंद कर दिया।
सिरोही का कहना है कि यूनिवर्सिटी परिसर में नमाज पढ़ने से हिंदू संगठनों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि 72 घंटे बीतने के बाद भी नमाज पढ़ने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि हनुमान चालीसा पाठ की घोषणा पर उन पर मुकदमा कर दिया गया, जबकि सार्वजनिक स्थल पर नमाज पढ़ने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
सिरोही ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की बात कही है। वे इस मामले की पूरी जानकारी मुख्यमंत्री को देना चाहते हैं। वहीं दूसरी और आईआईएमटी प्रबंधन ने नमाज प्रकरण में नमाज का वीडियो प्रसारित करने वाले खालिद सहित तीन गार्ड को निलंबित कर दिया है। जारी बयान में विश्वविद्यालय ने माना है कि नमाज पढ़ने व उसकी वीडियो बनाने का यह मामला सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने व आपसी वैमनस्य बढ़ाने का है प्रयास है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।