बोर्ड ने व्यापारियों के लिए ट्रेड लाइसेंस की प्रक्रिया तेज कर दी है।
शारदा रिपोर्टर
मेरठ। ट्रेड लाइसेंस को लेकर एकबार फिर कैंट बोर्ड ने सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दिया है। बोर्ड ने व्यापारियों के लिए ट्रेड लाइसेंस की प्रक्रिया तेज कर दी है। हालांकि, व्यापारियों के विरोध के बावजूद भी लाइसेंस बनवाना होगा। ऐसे में विभाग ने व्यापारियों को ट्रेड लाइसेसिंग के तहत एक नोटिफिकेशन जारी किया है। डिफेंस मिनिस्ट्री ने कैंट बोर्ड को अधिक से अधिक ट्रेड लाइसेंस बनवाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इसके लिए जागरुकता अभियान के निर्देश दिए हैं। उधर, व्यापारी लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।
दरअसल, एक साल पहले कैंट बोर्ड की मीटिंग में व्यापारियों को ट्रेड लाइसेंस जारी रखने का फैसला लिया गया था। साथ ही इसको अनिवार्य भी किया गया था। इसमें व्यापार को 50 वर्गों में बांटा गया था। कैंट बोर्ड ने कैटेगरी के हिसाब से टैक्स का भी निर्धारण किया था। वहीं, लाइसेंस के इस मुद्दे पर व्यापारी विरोध जता रहे हैं। उनका कहना है कि, वो पहले से ही कई तरह से टैक्स दे रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार इस समय बिजनेस भी मंदा ही चल रहा है। ऐसे में एक नया टैक्स व्यापारियों पर थोपना किसी मुसीबत से कम नहीं है।
कैंट बोर्ड और व्यापारियों के बीच ट्रेड लाइसेंस का मुद्दा एक बार फिर गमार्ता दिख रहा है। दरअसल, 12 जुलाई 2021 को ही कैंट बोर्ड के सभी सदस्यों की सदस्यता समाप्त हो चुकी है। नए पार्षदों का चयन अभी हुआ नहीं है। बीते 2022 में कैंट बोर्ड ने लाइसेंस के लिए सख्त रवैया अपनाया था। 2023 में भी फरवरी माह में कैंट ने रिमाइंडर दिया था। वहीं, अब एक बार फिर से कैंट ने दुकानदारों को नोटिफिकेशन दिया है।