एजेंसी, नई दिल्ली : दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता पर हमले के मामले में पुलिस ने आरोपी खिमजी के बाद उसके दोस्त तहसीन सैयद को भी गिरफ्तार किया है, दोनों के बीच पैसों और वीडियो का लेन-देन हुआ था। सीएम रेखा गुप्ता पर हाल ही में हुए हमले के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। रविवार को पुलिस ने इस मामले में एक और शख्स को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार किया गया आरोपी मुख्य आरोपी सकरिया राजेशभाई खिमजी का दोस्त है।
गुजरात से लाया गया था आरोपी का दोस्त
दिल्ली पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी खिमजी का दोस्त तहसीन सैयद शुक्रवार रात राजकोट (गुजरात) से दिल्ली लाया गया था। पुलिस ने पहले उससे पूछताछ की और फिर उसे खिमजी के सामने भी बैठाया गया ताकि तथ्यों की पुष्टि हो सके। पूछताछ के बाद रविवार को तहसीन को हिरासत में ले लिया गया।
पैसों और वीडियो का हुआ था लेन-देन: जांच में पता चला है कि खिमजी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के शालीमार बाग स्थित घर का एक वीडियो तहसीन को भेजा था। इसके बदले तहसीन ने उसे 2,000 रुपये दिए थे। पुलिस का कहना है कि मुख्यमंत्री पर हमले से ठीक पहले दोनों लगातार संपर्क में थे. बुधवार को जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने सिविल लाइंस स्थित कैंप कार्यालय में ‘जन सुनवाई’ कर रही थीं, तभी उन पर हमला हुआ।
खिमजी का है आपराधिक रिकॉर्ड: पुलिस की जांच में सामने आया है कि ऑटो रिक्शा चालक सकरिया खिमजी पर पहले से ही कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। राजकोट के भक्तिनगर थाने में 2017 से 2024 के बीच उस पर मारपीट और शराब रखने जैसे पांच केस दर्ज हैं।
इतना ही नहीं, खिमजी पर कई बार निवारक कार्रवाई भी की गई है। आरोप है कि वह शराब की तस्करी से भी जुड़ा हुआ था।
दिल्ली पुलिस अब इस मामले में राजकोट में खिमजी के दोस्तों और परिवार वालों समेत 10 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ कर रही है। फिलहाल खिमजी को अदालत ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस उम्मीद कर रही है कि रिमांड के दौरान और भी अहम जानकारी हाथ लगेगी।
पुलिस पूछताछ में खिमजी ने बताया है कि वह मुख्यमंत्री के ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम में आवारा कुत्तों का मुद्दा उठाने गया था। उसका कहना है कि उसने हमला किसी और मकसद से नहीं किया। हालांकि, पुलिस को उसकी बातों पर भरोसा नहीं है और जांच की जा रही है कि इसके पीछे असली वजह क्या थी।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन: राजकोट पुलिस के मुताबिक, खिमजी 19 अगस्त को उज्जैन से दिल्ली आया था। वह यहां आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचा था। इसी दौरान उसने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के जन सुनवाई कार्यक्रम में पहुंचकर हंगामा किया और उन पर हमला कर दिया।
फिलहाल दिल्ली पुलिस तहसीन सैयद और खिमजी के बीच हुई बातचीत की डिटेल खंगाल रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि 2,000 रुपये के लेन-देन और वीडियो शेयर करने के पीछे असली मंशा क्या थी। जांच एजेंसियां इस केस को सिर्फ एक “व्यक्तिगत गुस्से” की घटना मानने को तैयार नहीं हैं।
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