– एनआरआई महिला ने लगाया छेड़खानी और धमकाने का आरोप।
वाराणसी। बीएचयू के इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) के सीनियर रेजिडेंट अनुराग राणा के खिलाफ भेलूपुर थाने में छेड़खानी और धमकाने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई उत्तराखंड के उधम सिंह नगर की मूल निवासी और अमेरिका के अटलांटा जॉर्जिया में रहने वाली महिला की तहरीर के आधार पर की गई है।
महिला के अनुसार, डीआरडीओ से उनकी पीएचडी की पढ़ाई के दौरान आगरा के एत्मादुद्दौला थाना क्षेत्र के इंद्रानगर के मूल निवासी और वाराणसी के दुगार्कुंड क्षेत्र की कैवल्यधाम एक्सटेंशन कॉलोनी स्थित सिद्धि विनायक अपार्टमेंट में रहने वाले आईएमएस बीएचयू के जनरल मेडिसिन विभाग के सीनियर रेजिडेंट अनुराग राणा से उनकी मुलाकात हुई। अनुराग अपनी बहन सुप्रिया राणा से मिलने आया था, जो उनकी सहपाठिनी थी।
महिला के अनुसार सुप्रिया राणा ने उनकी अनुमति के बिना उनका मोबाइल नंबर अनुराग राणा को दे दिया। उसके बाद अनुराग राणा ने उनका जबरदस्ती पीछा किया। उन्हें और उनके परिचितों, सहकर्मियों, दोस्तों और रिश्तेदारों को फेसबुक, लिंक्डइन और इंस्टाग्राम संदेश काल और कनेक्शन अनुरोध भेजना शुरू कर दिया। इसके बाद अनुराग राणा ने लगातार उन्हें व उनके पति, शिक्षकों और परिवार को अपमानसूचक और धमकी भरे ई-मेल और संदेश भेजे।
ईमेल और संदेशों में झूठे और दुर्भावनापूर्ण दावे शामिल हैं, जो उनके विवाह को समाप्त करने, करियर और शैक्षणिक योग्यताओं को कमजोर करने और उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी को बाधित करने के उद्देश्य से किए गए हैं। 13 जनवरी 2025 को अनुराग राणा ने दावा किया कि उससे उनकी शादी हुई है। इस प्रकार अनुराग ने उन पर व्यभिचार का झूठा आरोप लगाया। उसने उनकी डिजिटल तस्वीरे उनके पति को भेजी हैं और उनके चरित्र को बदनाम करने व गरिमा का उल्लंघन करने की धमकी दी है।
अनुराग ने बार-बार दावा किया है कि उसने उनका दो बार गर्भपात कराया है। इसके अतिरिक्त उसने उन संगठनों को कई शिकायतें भेजी है, जहां वह और उनका परिवार पढ़ाई या काम कर रहे हैं। अनुराग राणा उनकी डॉक्टरेट की थीसिस की विश्वसनीयता पर झूठा आरोप लगाकर उनके करियर को नुकसान पहुंचाने का भी प्रयास कर रहा है। उसने उन्हें और उनके पति की भारत के विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास, अमेरिका में झूठी शिकायते कर जबरन निर्वासित कराने की धमकी भी दी है। उधर, इस संबंध में भेलूपुर थानाध्यक्ष विजय नारायण मिश्र ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।