- डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने विदेश मंत्री को फंसे सात लोगों को वापस बुलाने के लिए लिखा पत्र।
शारदा रिपोर्टर मेरठ। रोजगार के लिए युगांडा गए सात भारतीय वहां फंस गए हैं और उनका उत्पीड़न हो रहा है। इनमें मेरठ का भी एक व्यक्ति शामिल है। इन सभी को सूचीबद्ध करते हुए राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा है।
वाजपेयी ने पत्र में बताया कि अशोक शर्मा, निवासी करनावल, सरधना, जिला मेरठ, मृत्युंजय कुमार निवासी पटना बिहार, ऋषिपाल निवासी हरियाणा, सुखराम पाल सिंह निवासी
रूडकी, उत्तराखण्ड, योगेन्द्र कुमार, योगेश कुमार निवासीगण मुजफ्फरनगर, और जसबीर सिंह निवासी सहारनपुर को शुगर मिल में नौकरी के बहाने उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड और हरियाणा से युगांडा ले जाया गया, वहां पर उनके पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज जबरन छीन कर उनको मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडित किया जा रहा है। उनकी सैलरी भी नहीं दी जा रही है और उनको बंधक बनाकर उनसे गुलामों की तरह अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। उनके परिवार वाले उनके साथ हो रहे अगानवीय व्यवहार को देखकर बहुत तंग व परेशान व दुखी है। उनके परिवार वालों पर दबाव बनाकर बार-बार पैसों की मांग की जा रही है, पैसे न देने पर भट्टी में झोंककर जान से मारने और युगांडा पुलिस से गिरफ्तारी कराने की धमकियां दी जा रही है।
उन्हें शीघ्र ही मुक्त कराकर भारत बुलवाने की व्यवस्था की जाए। वहीं दूसरी ओर एमएलसी धर्मेंद्र भारद्वाज ने भी विदेश मंत्री को करनाल निवासी अशोक को मुक्त कराने की मांग की है।
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