प्रयागराज। पीडीए ने नोटिस का जवाब देने के लिए 18 सितंबर सुबह 11 बजे तक समय दिया गया है। बीते 28 अगस्त को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने नकली नोट छापने के मामले में उक्त मदरसे के मौलवी तफसीरूल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। अतरसुइया स्थित जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसा में नकली नोट छपने का भंडाफोड़ होने के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने एक बार फिर शिकंजा कसा है।
शुक्रवार को पीडीए ने मदरसे के गेट पर नोटिस चस्पा कर प्रबंधक से पूछा कि क्यों न मदरसे को गिराने का आदेश दिया जाए। इसका जवाब देने के लिए 18 सितंबर सुबह 11 बजे तक समय दिया गया है। बीते 28 अगस्त को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने नकली नोट छापने के मामले में उक्त मदरसे के मौलवी तफसीरूल समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस जांच में यहां पर विवादास्पद किताब बरामद हुई थी। इसके बाद पीडीए ने भी मदरसे पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया था। शुक्रवार को मदरसे के गेट पर चस्पा नोटिस में कहा गया है कि लगभग तीन हजार वर्ग मीटर के कंपाउंड के भूतल प्रथल तल पर मदरसा एवं कमरों का निर्माण किया गया है। अतएव आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि पीडीए कार्यालय में 18 सितंबर सुबह 11 बजे तक यह बताएं कि निर्माण कंस्ट्रक्शन गिरा देने का आदेश क्यों न दिया जाए।
दो दिन पहले मदरसे को किया था सील
अधिनियम की धारा 14 के तहत पीडीए के अनुमति के बिना निर्माण करने के लिए 50 हजार रुपये तक अर्थदंड के भागी हो सकते हैं। ऐसा अपराध करने की दशा में दोष सिद्ध होने पर 2500 रुपये तक प्रत्येक दिन के लिए अतिरिक्त जुमार्ना हो सकता है। बता दें कि बीते बुधवार को पीडीए की टीम ने निर्माण अनाधिकृत होने का दावा कर मदरसे को सील कर दिया था। साथ ही चस्पा नोटिस में कहा था कि जबरन प्रवेश करने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं पुलिस मदरसे के तीन बैंक खाते को फ्रीज कर दिया था।