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Wednesday, December 24, 2025
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Homeउत्तर प्रदेशMeerutचुनावी रण में बसपा ने दी गठबंधन को कवर फायरिंग

चुनावी रण में बसपा ने दी गठबंधन को कवर फायरिंग

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– बसपा की सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले ने भाजपा के वोट बैंक में किया बंटवारा
– सहारनपुर को छोड़ बाकी सभी सीटों पर सपा प्रत्याशियों को मिलता दिखा लाभ


अनुज मित्तल, समाचार संपादक

मेरठ। बसपा का सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला भाजपा पर भारी पड़ता नजर आ रहा है। बसपा को सीधे-सीधे कोई ज्यादा लाभ इससे मिलता नजर नहीं आया, लेकिन भाजपा के वोट बैंक में हुई सेंधमारी से सपा प्रत्याशी राहत की सांस लेते नजर आए।

मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा के डा. संजीव बालियान का सपा के हरेंद्र मलिक से सीधे मुकाबला देखने को मिला। लेकिन यहां पर बसपा के दारा प्रजापति ने बसपा के दलित वोट बैंक के साथ ही अपने प्रजापति समाज के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी कर भाजपा को सीधे नुकसान पहुंचाया। क्योंकि प्रजापति समाज अब तक भाजपा का पक्का वोट बैंक माना जाता था। लेकिन अपने सजातीय प्रत्याशी के आने से इसमें सेंधमारी हुई। यही नहीं 2019 में गठबंधन के दौरान जिन सीटों पर बसपा का प्रत्याशी नहीं था, वहां पर बसपा के बाद भाजपा दलितों की सबसे पसंदीदा पार्टी थी। कई सीटों पर दलित वोट भाजपा के पक्ष में नजर आया।

कैराना सीट पर भी ठाकुर प्रत्याशी उताकर जहां बसपा ने भाजपा का गणित बिगाड़ा तो बिजनौर में जाट प्रत्याशी उताकर भाजपा गठबंधन से आए रालोद प्रत्याशी को भले ही हलका झटका दिया हो, लेकिन झटका देने का काम जरूर किया। ऐसा ही सहारनपुर में भी नजर आया। यहां पर यदि बसपा का प्रत्याशी नहीं होता तो दलित वोट भाजपा के पक्ष में जाते, लेकिन दलित जहां बसपा प्रत्याशी पर गए तो मुस्लिमों का धु्रवीकरण एक तरफा होता नजर आया। हालांकि मुस्लिमों का धु्रवीकरण इस बार पहले चरण के मतदान से ही इंडिया गठबंधन की तरफ ज्यादा नजर आ रहा है।
आने वाले मतदान में भी बसपा देगी झटका

दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। इसमें भी बसपा का यह फार्मूला भाजपा को झटका देता नजर आ रहा है। क्योंकि मेरठ से देववृत त्यागी, बागपत से मनोज बैंसला, गाजियाबाद से नंदकिशोर पुंडीर, को मैदान में उताकर एक तरह से बसपा ने भाजपा का ही गणित बिगाड़ा है। क्योंकि बागपत सीट पर जहां गुर्जर अपनी जाति का प्रत्याशी न होने पर भाजपा या उसके गठबंधन पर वोट करते, वहीं गाजियबाद में ठाकुर प्रत्याशी उतारकर नाराज ठाकुरों को उनका ठिकाना दे दिया है। इसके साथ ही मेरठ से त्यागी बिरादरी से प्रत्याशी उतारकर भाजपा के वोट बैंक में ही सेंधमारी का काम किया है।

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